द फॉलोअप डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। एक ओर बीजेपी अपने सहयोगी दलों को एकजुट कर महागठबंधन को हराने की तैयारी में लगी है, तो दूसरी ओर विपक्षी दल भी बीजेपी और उसके सहयोगियों को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और धार्मिक कथावाचक बागेश्वर बाबा के बिहार दौरे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुली चुनौती दी है। उन्होंने कहा, "इस बार चाहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बुला लें, लेकिन बिहार की जनता उन्हें सबक सिखा देगी।" तेजस्वी ने यह भी कहा कि अकेले उन्होंने ही बीजेपी और उनके सहयोगी दलों को चुनौती दी है और उनकी हालत खराब करके रखी है।
न्यूज चैनल आजतक से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर दावा किया कि बीजेपी के पास कोई चेहरा नहीं है और उनके पास केवल हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद जैसे मुद्दे ही रह गए हैं, लेकिन अब यह नहीं चलेगा। उन्होंने कहा, "जनता नीतीश सरकार से मुक्ति चाहती है। मुझे अपनी जनता पर पूरा भरोसा है। इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी। बीजेपी चाहे तो अपनी A टीम, B टीम, C टीम, D टीम, E टीम… A टू Z टीम को ठेल कर बिहार भेज दे। चाहे तो ट्रंप और पुतिन सबको बुला ले, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जब चुनाव परिणाम आएंगे तब पता चलेगा।"
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार समाजवादियों का प्रदेश है और वे महात्मा गांधी के विचारों को मानने वाले हैं। उनका विश्वास है कि सबको जोड़ने की ताकत उनके पास है। उन्होंने कहा, "हमने बड़े-बड़े आंदोलनों को देखा है। उम्र भले ही कच्ची हो, लेकिन जुबान नहीं। जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं। नौकरी की बात कही तो करके भी दिखा दिया। जिसे नीतीश कुमार असंभव कहते थे, उसे भी करके दिखा दिया। इस बार बिहार में महागठबंधन की ही सरकार बनेगी।"तेजस्वी यादव के इस बयान से बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है और यह चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प होता जा रहा है।