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Ranchi : जितना भारी पूजा सिंघल के नोटों का जखीरा था उतना ही भारी काले कारनामों का पुलिंदा भी है! 

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डेस्क: 

पूजा सिंघल (Pooja Singhal) के ऊपर ईडी (ED) की कार्रवाई की शुरुआत में जितना भारी नोटों का बस्ता मिला था, उतना ही भारी दस्तावेजों का जखीरा भी है। कभी जिस तरह के बक्से में पूजा सिंघल के काले नोटों का जखीरा ले जाया गया था, उसी प्रकार के बक्सों में मंगलवार को उनके काले कारनामों का पुलिंदा कोर्ट लाया गया। दरअसल, मंगलवार को ईडी ने निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल और सीए सुमन कुमार सिंह (CA Suman Kumar Singh) के खिलाफ 5 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की। वैसे भी।

सालों के काले कारनामों का कच्चा-चिट्ठा दो चार पन्नों में तो समाता नहीं। मंगलवार को ईडी की टीम 2 बक्सों में पांच हजार पन्नों की चार्जशीट लेकर कोर्ट पहुंची। 

2 बक्सों में कोर्ट लाया गया काले कारनामों का पुलिंदा
जिन दो अधिकारियों ने इसे उठाया है, उन्हें देखकर लगता है कि पूजा सिंघल ने अपने नेक्सेस का इस्तेमाल करके जो काले कारनामे किए हैं। नोटों का जो जखीरा बरामद किया है। जो भ्रष्टाचार किए हैं, उसका हिसाब-किताब बहुत भारी है। ये बक्से बताते हैं कि सफेदपोशों के स्याह कारनामों का बोझ जनता के भाग्य पर कितना भारी पड़ता है। इन बक्सों में ना केवल पूजा सिंघल के भ्रष्टाचार का लेखा-जोखा है बल्कि राज्य की उस जनता का हक भी है जो उनसे छीन ली गई है।

 

ईडी ने पूजा सिंघल के खिलाफ 5 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की
दरअसल, मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल और सीएम सुमन कुमार के खिलाफ 5 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की। ईडी की टीम 2 बक्सों में दस्तावेजों को लेकर पहुंची थी। चार्जशीट (Chargesheet) में कहा गया है कि मामले की जांच अभी जारी है।

गौरतलब है कि 6 मई 2022 को ईडी की टीम ने पूजा सिंघल और उनके करीबियों के छह राज्यों में मौजूद कम से कम 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार सिंह के आवास और कार्यालय से 19 करोड़ 31 लाख रुपये की नगदी बरामद की थी। नगदी के साथ-साथ ईडी की टीम को अलग-अलग जगहों पर इन्वेस्टमेंट से संबधित दस्तावेज भी मिले थे। 

ईडी ने पूजा सिंघल को 11 मई को गिरफ्तार कर लिया था
ईडी ने मामले में 11 मई को पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया था। 25 मई को होटवार जेल (Hotwar Jail) भेजे जाने से पहले पूजा सिंघल से ईडी ने पूजा सिंघल से 14 दिन तक पूछताछ की। इस दौरान पूजा सिंघल से खूंटी जिले में मनरेगा घोटाला सहित पल्स हॉस्पिटल के निर्माण तथा प्रबंधन में उनकी भूमिका को लेकर सवाल पूछा गया। पूजा सिंघल से पूछताछ में ईडी को राज्य में अवैध खनन से जुड़ी कई जानकारियां हाथ लगी।

मामले में दुमका, पाकुड़ और साहिबगंज सहित कई अन्य जिलों के डीएमओ से भी पूछताछ की गई। अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का नाम भी सामने आया। 

राज्य ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में रहा प्रकरण
इधर, हाल ही में पूजा सिंघल ने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत की गुहार लगाई। बीते सोमवार को ईडी की विशेष अदालत में पूजा सिंघल की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। अब इस मामले में अगली सुनवाई 12 जुलाई को होगी। उस दिन तय होगा कि पूजा सिंघल को जमानत मिलेगी या नहीं। पूजा सिंघल प्रकरण लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।