द फॉलोअप डेस्क, रांची
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंख्या नियंत्रण पर दिए गए बयान के बाद देश भर में बवाल मचा हुआ है। देश की वपक्षी पार्टियों के साथ-साथ आम नागरिक भी नीतीश के सदन में दिए गए आपत्तिजनक बयान की आलोचनाएं कर रहे हैं। नीतीश के दिए गए बयान से अब अमरीकी सिंगर मैरी मिलबेन ने भी आपत्ति जताई है। मैरी ने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने नीतीश के महिलाओं पर दिए गए शर्मानक बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि "मैं अगर भारत की नागरिक होती, तो बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ती"
बिहार में सीएम पद के लिए महिला लड़े चुनाव
मैरी ने अपने वीडियो में आगे कहा कि "आज भारत एक निर्णायक क्षण का सामना कर रहा है, यहीं बिहार में, जहां महिलाओं के मूल्य को चुनौती दी जा रही है, मेरा मानना है कि इस चुनौती का केवल एक ही जवाब है। सीएम नीतीश के टिपण्णी के बाद बिहार किसी साहसी महिला को सामने आकर बिहार के मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करनी चाहिये। उन्होंने आगे कहा अगर मैं भारत की नागरिक होती, तो बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ती"
भारत के लिए सर्वश्रेठ नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी
नीतीश कुमार के बयान पर आपत्ति जताते हुए मैरी मिलबेन ने कहा कि किसी भी देश में महिलाओं की सशक्तिकरण ही विकास है। ऐसा कहते हुए मैरी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा भी की। कहा कि मोदी भारत के लिए अब तक के सर्वश्रेठ लीडर हैं। आगे कहा कि भारत-अमेरिका के बीच संबंधों के मामले हों या वैश्विक आर्थिक स्थिरता दोनों में मोदी बेहतर विकल्प के रूप सामने आये हैं। इस दौरान उनसे पूछा गया कि वह प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा क्यों करती हैं। इस पर मैरी ने जवाब देते हुए कहा कि उन्हें भारत से लगाव रहा है, इसलिए वो भारत के मसलों पर बारीकी से नजर बनाये रखती हैं। उन्होंने कहा कि भारत के नागरिक के विकास के लिए नरेंद्र मोदी सबसे अच्छे लीडर हैं।
शीतकालीन सत्र में नीतीश ने दिया था बयान
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान नीतीश कुमार ने आपत्तिजनक बयान दिया था। दरअसल, नीतीश जनसंख्या नियंत्रण को लवेकर सदन में अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि "जब एक शादीशुदा जोड़ा रात में मिलता है तो..दोनों के बीच जो होता है उससे बच्चा जन्म लेता है, लेकिन अगर लड़की पढ़ी लिखी होगी तो वो..ऐसा नहीं होने देगी.." हालांकि इस बयान के बाद नीतीश ने माफ़ी मांगते हुए सदन में दिए अपने बयान को वापस ले लिया था।