द फॉलोअप डेस्क
लीबिया में 60 से भी अधिक प्रवासियों की मौत की खबर सामने आयी है। बताया जा रहा है कि बोट में सवार होकर 86 प्रवासियों का एक जत्था यूरोप के लिए रवाना हुआ था। लीबिया के ज्वार पोर्ट से निकला यह बोट समुद्र की ऊंची लहरों की चपेट में आ गया। लहर इतनी तेज थी कि बोट पलट गया। बोट में पुरुषों के अलावा महिलाएं और बच्चे भी सवार थे, जिनकी डूबने से मौत हो गई।
अब तक 20 हजार लोगों ने गवाई जान
जिस समुद्र रास्ते से बोट जा रहा था, वह गैरकानूनी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस रूट से गुजरने वाले अधिकतर बोट समुद्र लहरों का शिकार हो जाया करते हैं। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने तो लीबिया से यूरोप जाने वाले इस रास्ते को डेंजर जोन घोषित किया है। ओर्गनइजेशन ने बताया कि 2014 के बाद इस रूट में 20 हजार से भी अधिक लोगों के डूबने से मौत हुई है। कहा गया कि गैरकानूनी तरीके से इस रूट में सफर करने वालों में अधिकतर लोग नाइजेरिया, गाम्बिया और अफ़्रीका के निवासी थे।
300 पाकिस्तानियों की गई थी जान
हाल के दिनों में गैरकानूनी समुंद्री रास्ते से यूरोप जाने की कोशिश में पाकिस्तान के 300 से भी अधिक लोगों की डूबने से मौत हो गई थी। पाकिस्तानी मीडिया डॉन के मुताबिक एक बोट में 400 पाकिस्तानियों को गैरकानूनी तरीके से यूरोप ले जाया जा रहा था। यूरोप जाने वालों में मिश्र के 200 और सीरिया के 150 प्रवासी सवार थे। इस घटना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि मानव तस्कर पाकिस्तानियों को पैसों का लालच देकर उन्हें दूसरे देश ले जाते हैं। कहा कि सरकार मानव तस्करों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। शरीफ ने बताया कि PoK से 9 मानव तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है।