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पाकुड़ से खड़गे करेंगे हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत, अमित शाह के बाद संथाल पहुंचने के जानें क्या है सियासी मायने

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द फॉलोअप डेस्कः 
झारखंड में कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत 11 फरवरी से होने जा रही है। कांग्रेस की तरफ से इसको लेकर तैयारियां जोरों शोंरों से की जा रही है। अभियान का शुभारंभ करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आने वाले हैं। बता दें कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में ‘अभय मुद्रा’ पार्टी का चुनाव चिह्न है। यह अभियान ''भारत जोड़ो यात्रा'' का दूसरा चरण है। इसके तहत दो महीने तक हर गांव, बूथ तक पदयात्रा कर लोगों के बीच कांग्रेस पहुंचेगी। इसके जरिए लोगों को बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर कांग्रेस लोगों को जोड़ेगी। 


अमित शाह के बाद दूसरे राष्ट्रीय नेता आ रहे 
बता दें कि संथाल परगना के पाकुड़ जिले से इस अभियान की औपचारिक रूप से शुरुआत होगी। जिसका शुभारंभ मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में यह कानाफूसी चालू हो गई है। कहा जा रहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संथाल दौरे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष का संथाल आने के कई मायने है। 4 फरवरी को ही अमित शाह संथाल आए थे और 2024 के लिए शंखनाद करके गये थे। फिर से कमल खिलाने की अपील लोगों से करके गये थे। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष संथाल आएंगे तो वह भी 2024 के लिए चुनावी बिगुल फूंक सकते हैं। दोनों राजनीतिक दल की ओर से 2024 लोकसभा को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है। एक के बाद एक राष्ट्रीय नेताओं का झारखंड आना जाना शुरू हो गया है। झारखंड में इस वजह से भी विशेष ध्यान है क्योंकि यहां 2024 में ही विधानसभा का भी चुनाव होना है। 


राहुल गांधी का संदेश हर व्यक्ति तक पहुंचे
बता दें की अभियान के दौरान कांग्रेस का हर कार्यकर्ता घर-घर जाकर उन्हें राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बताएगा। कांग्रेस की विचारधारा से लोगों को अवगत कराएगा। हाथ से हाथ जोडो अभियान एक जन संवाद कार्यक्रम है जो भारत जोड़ो यात्रा का विस्तारित अभियान है। यह अभियान निरंतर दो महीनों तक चलेगा। जो प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर होगा। इसका मुख्य उद्देश्य राहुल गांधी के संदेश को डोर टू डोर पहंचाना है। भारत जोड़ो यात्रा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है।