रांची:
सातवीं से दसवीं मुख्य परीक्षाफल में हुई त्रुटि को लेकर सोमवार को जेपीएससी आंदोलनकारी छात्रों की सेंट्रल लाइब्रेरी मोराबादी में बैठक की गई। मौके पर आंदोलनकारी छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो और मनोज यादव ने जेपीएससी आयोग द्वारा जारी सातवीं से दसवीं जेपीएससी मुख्य परीक्षाफल पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आयोग छात्रों को अंधकार में रखकर सीट बेचना चाहती है।
परीक्षा के नाम पर कॉलम पूरा किया गया
अभ्यार्थियों ने कहा कि परीक्षा के नाम पर सिर्फ कॉलम पूरा किया जा रहा है। मुख्य परीक्षा परिणाम में आयोग ने कट ऑफ मार्क्स जारी नहीं किया इससे मालूम ही नहीं चल रहा है चयनित छात्रों का अंक कितना आया है। कैटेगरी वाइज रिजल्ट जारी नहीं किया गया है इससे किस कैटेगरी के कितने छात्र इंटरव्यू के लिए उत्तीर्ण है पता नहीं चल रहा है जबकि आयोग के नियमावली के अनुसार सभी कैटेगरी के सीट का ढाई गुना छात्रों को कैटेगरी वाइज इंटरव्यूज में मौका मिलना चाहिए जिसका पालन नहीं किया जा रहा है, यह छात्रों के साथ बहुत बड़ी अन्याय है।
सीट का ढाई गुना परीक्षाफल घोषित करना था!
आयोग के नियमानुसार सीट का ढाई गुना परीक्षाफल जारी करना था लेकिन लगभग साढ़े तीन गुना रीजेल्ट जारी किया गया, लगभग 200 अतिरिक्त छात्रों का रिज़ल्ट जारी किया गया जिसमें आयोग ने समान अंक लाने का दलील दे रहा है यह अदभुत है कि लिखित परीक्षा में भी समान अंक आते हैं। इसके अलावा पिटी परीक्षाफल की तरह एक ही कमरा से क्रमवार उत्तीर्ण होने का मामला भी सामने आ रही है यह जांच का विषय है।
नए सिरे से परीक्षा की अधियाचना जारी हो!
साथ ही देवेंद्र नाथ महतो ने मांग किया कि सातवीं से दसवीं जेपीएससी पिटी परीक्षाफल से ही विवादित है इसीलिए अधियाचना वापस लेते हुए पुनः सीट बढ़ाकर उम्र सीमा में छूट देते हुए अधियाचना जारी किया जाय ताकि राज्य के सबसे बड़ी संस्था पर निष्पक्षता, पारदर्शिता, विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा ना हो।