द फॉलोअप डेस्क
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष में एक नई पहल हुई है। दोनों देशों के बीच सीमित युद्धविराम पर सहमति बन गई है। हालांकि, रूस पूरी तरह से युद्ध नहीं रोकेगा, लेकिन यूक्रेन के ऊर्जा और बुनियादी ढांचों पर हमले नहीं करेगा। यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई 2 घंटे की फोन वार्ता के बाद हुआ। ट्रंप ने यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले रोकने का प्रस्ताव रखा, जिसे पुतिन ने स्वीकार किया। हालांकि, पुतिन ने पूर्ण युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिस पर यूक्रेन ने सहमति जताई थी।
वाइट हाउस ने इसे शांति की दिशा में पहला कदम बताया। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हमने ऊर्जा और बुनियादी ढांचों पर तत्काल युद्धविराम पर सहमति बनाई है। हम पूर्ण युद्धविराम के लिए तेजी से काम करेंगे और रूस-यूक्रेन के इस भयानक युद्ध को खत्म करेंगे।" रूस ने इस बातचीत को शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। पुतिन ने यूक्रेन में स्थायी शांति स्थापित करने और संघर्ष के मूल कारणों को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रूस अपने अमेरिकी सहयोगियों के साथ मिलकर इस संकट का स्थायी समाधान तलाशने को तैयार है।
यूक्रेनी सैनिकों की सुरक्षा पर ट्रंप की अपील का जवाब देते हुए पुतिन ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले सैनिकों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाएगा। रूस और यूक्रेन के बीच 19 मार्च को 175 कैदियों की अदला-बदली भी की जाएगी। इसके अलावा, रूस में इलाज करा रहे 23 गंभीर रूप से घायल यूक्रेनी सैनिकों को भी ट्रांसफर किया जाएगा। दोनों देशों ने मिलकर स्थायी शांति स्थापित करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई है।