रांची:
आजसू पार्टी 7 मार्च को विधानसभा का घेराव करेगी। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने एक प्रेस रिलीज जारी कर ऐलान किया है कि 7 मार्च को उलगुलान का आगाज होगा। आजसू पार्टी ने मौजूदा हेमंत सरकार पर झारखँडियों की उम्मीद तोड़ने का आरोप लगाया है। कहा कि झामुमो महागठबंधन की सरकार ने सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर झारखंड के लोगों का विश्वास तोड़ा।
पिछड़ों और शोषितों के हितों पर कुठाराघात!
आजसू ने आरोप लगाया है कि झामुमो गठबंधन की सरकार पिछड़ों और शोषितों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। कहा कि वर्तमान सरका में गरीब, किसानों, नौजवानों और समाज के शोषित-वंचित तथा पिछड़े वर्ग की अनदेखी हो रही है। उनकी आवाज दबाई जा रही है।
मेनिफेस्टो तक सिमट गये सरकार के वादे!
आजसू पार्टी ने कहा कि हेमंत सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में पिछड़ों को आरक्षण देने की बात की थी। प्रतिवर्ष 5 लाख नौकरी और बेरोजगारी भत्ता देने की बात की थी। आजसू का आरोप है कि हेमंत सरकार के ये वादे केवल जुमले साबित हुए। कहा कि राज्य के कोने-कोने से मिल रहे फीडबैक से यही साबित होता है कि वर्तमान सरकार अपने मूल दायित्वों से भटक गई है। कहा कि चुनाव से पहले इन्होंने जितने भी वादे किए थे, वो सभी बस मेनिफेस्टो के पन्नों तक ही सीमित रह गये।
आजसू महसूस करती है झारखंडियों का दर्द!
पार्टी ने कहा कि हम राज्य के युवाओं और झारखंडियों को दर्द महसूस करते हैं। सरकार के 2 वर्षों के कार्यों का लेखा-जोखा तैयार करने तथा राज्य की मौजूदा परिस्थितियों का आकलन करने के पश्चात आजसू पार्टी ने झारखंडी अस्मिता और पिछड़ों के सामाजिक न्याय के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है।
स्थानीय नीति के मुद्दे पर विधानसभा का घेराव!
आजसू पार्टी ने ऐलान किया है कि भाषा और स्थानीय नीति के मुद्दे पर 7 मार्च को विधानसभा घेराव के साथ नए उलगुलान की शुरुआथ होगी। आजसू का ये मानना है कि झारखंड एवं झारखंडियों को स्वर्णिम भविष्य देने के लिए झारखंडी अस्मिता एवं सामाजिक न्याय, इन दोनों विषयों को पहले हल करना जरूरी है।