रांची
AJSU के केंद्रीय सचिव सह खिजरी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी पारनाथ उरांव ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है। कहा है कि आदिवासी मुद्दों पर भाजपा के चुप रहने से और अनदेखी करने से वे आहत हैं। AJSU सुप्रीमो सुदेश महतो को भेजे गये त्याग पत्र में उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ने की घोषणा की है। जारी पत्र में उन्होंने लिखा है, आजसू पार्टी का जिस सपनों के साथ स्थापना हुआ था, मुझे अब लग रहा है कि उससे विपरीत दिशा में कार्य हो रहा है।
झारखण्ड के आंदोलनकारीयों और शहीदों के प्रति जो सपना देखा गया था उस सपने का पूरा ना होना और झारखण्ड में स्थानीय नीति, नियोजन नीति का ना होना, यहां के लोगों का विस्थापन जैसे मुद्दों पर मुकर जाना, युवाओं के जन भावनाओं का सम्मान नही मिलना एवं भारतीय जनता पार्टी का आदिवासीयों के साथ र्दुव्यवहार करना मुझे आहत करता रहा है।
मध्य प्रदेश में गरीब आदिवासी के सर पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा पेशाब करना और मणिपुर में सड़क पर गरीब आदिवासी बेटी को नंगा कर गोली मारना और जलाना जैसे मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी का चुप रहना आदिवासी समाज को भी आहत करता है। ऐसी पार्टी के साथ आजसू पार्टी का गठबंधन हो जाना मुझे आहत करता है। इस कारण मैं दुखी होकर गहरे चिंतन और मंथन करने के बाद आजसू पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। अतः आपसे निवेदन है कि हमारा त्याग पत्र स्वीकार कर मुझे पार्टी की ओर से मेरी निष्ठा से मुक्त करें।