झारखंड के लोहरदगा जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। यहां के किस्को थाना क्षेत्र के खरकी पंचायत स्थित उपर कोचा गांव में एक युवक का शव बरामद किया गया है।
आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने रामगढ़ अनुमंडल कार्यालय में अपना नामांकन किया।
झारखंड-बंगाल सीमा के सोनाहातू थाना क्षेत्र में विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही सघन वाहन चेकिंग के दौरान ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी आजसू के हरेलाल महतो के काफिले में शामिल एक वाहन से दो लाइसेंसी हथियार बरामद किए गए हैं
आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने सिल्ली विधानसभा सीट से नामांकन कर लिया है। पर्चा भरने के दौरान सुदेश के साथ असम के सीएम सह भाजपा झारखंड के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा मौजूद रहे।
आजसू नेता रौशन लाल चौधरी ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा शर्मा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई है।
AJSU के केंद्रीय सचिव सह खिजरी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी पारनाथ उरांव ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है। कहा है कि आदिवासी मुद्दों पर भाजपा के चुप रहने से और अनदेखी करने से वे आहत हैं।
हेमंत सरकार ने जनादेश का अपमान कर जनता को सिर्फ छलने का काम किया है। इन्हें पिछले पांच सालों में जनता की याद तक नहीं आई और चुनाव सामने देख फिर लोगों को भ्रामित करने में जुट गए हैं।
चुनाव के वक़्त राज्य सरकार लोकलुभावन वादों की बड़ी पोटली लेकर आई थी। आज पांच साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने जनता से किए एक भी वादे को पूरा नहीं किया।
लोहरदगा के लोग कांग्रेस राज से त्रस्त हैं। पिछले पांच वर्षों में क्षेत्र का विकास थम गया है। लोहरदगा की जनता बदलाव चाहती है। कमल किशोर भगत का काम बोलता था जनता को आज उनके जैसे नेतृत्व की जरूरत है। आजसू पार्टी जनता के विश्वास के अनुरूप कार्य करेगी।
सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में है। इन पांच सालों में प्रदेश के भीतर युवाओं, महिलाओं के साथ साथ नीतियों पर कोई काम नहीं किया जिसका परिणाम है कि इन्होंने झारखंड को 15-20 साल पीछे धकेल दिया है।
डू स्थित आजसू पार्टी कार्यालय में तमाड़ विधानसभा स्तरीय पंचायत एवं ग्राम प्रभारी सम्मेलन आयोजित हुआ। इस दौरान पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि सरकार का कर्तव्य अपनी नीतियों और फैसलों से जनता के जीवन को सहज बनाना होता है लेकिन वर्तमान सरकार ने अपने फैसल
झारखंड सरकार खनिज एक्सपोर्ट करने वाले झारखंड को मादक पदार्थ एक्सपोर्ट करने वाला राज्य बनाने की तैयारी में है। नशे के कारोबार को रोकने के प्रति सरकार की उदासीनता ने युवाओं को नशे के दलदल में धकेल दिया है।