द फॉलोअप डेस्क
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बच्चों की छात्रवृत्ति और गरीबों के राशन मामले पर राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट साझा किया है। बाबूलाल मरांडी ने अपने पोस्ट में लिखा है कि झारखंड में 34 लाख दलित, आदिवासी और ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति पिछले 9 महीनों से नहीं मिली है। इससे लाखों बच्चों की पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है। साथ ही ग्रीन राशनकार्ड धारकों का अनाज 7 महीने से बकाया है, जिससे गरीब परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं।
झारखंड में 34 लाख दलित, आदिवासी और ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति पिछले 9 महीनों से नहीं मिल है, जिससे लाखों बच्चों की पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) December 29, 2024
ग्रीन राशनकार्ड धारकों का अनाज 7 महीने से बकाया है, जिससे गरीब परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं।
राज्य सरकार मंईयां सम्मान…
बाबूलाल ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “राज्य सरकार मंईयां सम्मान योजना के भुगतान के लिए बच्चों की छात्रवृत्ति, बुजुर्गों की पेंशन और गरीबों के राशन जैसी बुनियादी सुविधाओं को छीनने पर मजबूर हो गई है। दूसरी ओर, विभागों की राशि सरेंडर करा कर विकास योजनाओं को रोक दिया गया है, जिससे राज्य में विकास की गति पूरी तरह ठहर गई है।”
इस दौरान बाबूलाल ने कहा कि यह मुख्यमंत्री के आर्थिक कुप्रबंधन और प्रशासनिक विफलता का प्रमाण है, जो झारखंड के भविष्य पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। समाज के एक वर्ग को संतुष्ट करने के लिए बाकी सारे वर्ग के अधिकारों की बलि चढ़ा देना कतई उचित नहीं है। उन्होंने सीएम से बच्चों की छात्रवृत्ति और गरीबों के राशन का ससमय भुगतान सुनिश्चित करें।