रांचीः
झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी रविवार को कोलकाता के एक मॉल से हुई है। यह मामला धीरे धीरे तूल पकड़ रहा है। झारखंड के वकीलों में इसे लेकर आक्रोश है तो अब पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी इस पर बयान दिया है। उन्होंने इस मामले पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी से सीबीआई जांच की मांग की है।
सीबीआई जांच की मांग
बाबूलाल ने ट्वीट कर लिखा कि "अधिवक्ता राजीव कुमार झारखंड हाईकोर्ट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनके परिवार और शागिर्दों के खिलाफ केश लड़ रहे थे। राजीव कुमार की कोलकाता पुलिस ने जिस प्रकार “सक्रियता” से गिरफ़्तारी की है उससे मामला गंभीर लगता है। सुनियोजित षड्यंत्र के आरोप भी लग रहे हैं। बंगाल के मुख्यमंत्री @MamataOfficial MamataOfficial जी आग्रह है कि वे इस मामले की जाँच #CBI से कराने का आदेश देने का कष्ट करें
अधिवक्ता राजीव कुमार झारखंड हाईकोर्ट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनके परिवार और शागिर्दों के खिलाफ केश लड़ रहे थे। राजीव कुमार की कोलकाता पुलिस ने जिस प्रकार “सक्रियता” से गिरफ़्तारी की है उससे मामला गंभीर लगता है। सुनियोजित षड्यंत्र के आरोप भी लग रहे हैं।1/2
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 1, 2022
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मुख्यमंत्री के खिलाफ लड़ रहे हैं केस
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबियों के शेल कंपनी में निवेश, हेमंत सोरेन के अनगड़ा में माइनिंग लीज आवंटन, खूंटी में मनरेगा घोटाले में आइएएस पूजा सिंघल सहित अन्य की गिरफ्तारी आदि से जुड़ी जनहित याचिकाओं में अधिवक्ता राजीव कुमार ही पैरवीकार हैं। इन मामलों में झारखंड हाइकोर्ट में सुनवाई चल रही है।