द फॉलोअप डेस्क
इस साल के आम बजट में रेलवे के लिए कुछ अहम योजनाओं की घोषणा की गई है। इनसे भारतीय रेलवे का भविष्य आधुनिक और सुरक्षित बनने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। बजट में वंदे भारत स्लीपर, वंदे मेट्रो और बुलेट ट्रेन जैसी आधुनिक ट्रेनों को शामिल करने पर जोर दिया गया है। इससे टाटानगर से वाराणसी और बिलासपुर मार्ग पर वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की संभावना बढ़ेगी। इसके साथ ही, हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर सुरक्षा के इंतजामों को और मजबूत किया जाएगा। रेल हादसों को रोकने के लिए ‘कवच’ नामक ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम पर जोर दिया गया है। इसके लिए बजट में फंड आवंटित किए गए हैं।रांची मंडल को मिल सकती है बड़ी राशि
इस बजट में रेलवे ने इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता दी है। रेलवे नए और सुरक्षित रेल मार्गों को बिछाने के साथ ही अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करेगी। इस दौरान टाटा से खड़गपुर तक ऑटो सिग्नल सिस्टम की स्थापना की जाएगी। साथ ही चक्रधरपुर मंडल के राजखरसावां से राजगांगपुर तक ट्रेन संचालन में बदलाव की भी तैयारी है। इसके अलावा चौथी लाइन के लिए भी फंड की व्यवस्था की गई है। इस विकास के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर और रांची मंडल को 5000 करोड़ से अधिक की राशि मिल सकती है।
इसके अलावा यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए फुट ओवरब्रिज, ओवर ब्रिज, सबवे, और नए रेल मार्गों के सर्वे की योजना भी है। साथ ही पुराने ट्रैक को बदलने का काम भी किया जाएगा, ताकि ट्रेनों की गति में वृद्धि हो सके और दुर्घटनाओं के खतरे को कम किया जा सके। जानकारी हो कि रेलवे ने अपनी योजनाओं के लिए पहले से आवंटित फंड में और वृद्धि की है। इससे यात्रियों को अधिक सुविधा और सुरक्षा मिल सके।