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उत्पाद सिपाही की दौड़ में मरनेवालों अभ्यर्थियों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देगी बीजेपी : हिमंता बिस्वा सरमा

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रांची
असम के सीएम और प्रदेश बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि बीजेपी उत्पाद सिपाही की दौड़ में मरनेवालों अभ्यर्थियों के परिजनों को को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देगी। उन्होंने कहा कि उत्पाद सिपाही परीक्षा के दौरान हुई मौतों की जांच के लिए बीजेपी मानवाधिकार आयोग में आवेदन करेगी। वे सोमवार को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बोल रहे थे। हिमंता ने कहा कि उत्पाद सिपाही की परीक्षा में जिस प्रकार मौतें हो रही है ऐसे में झारखंड सरकार से उनका आग्रह होगा कि वे पंद्रह सितंबर तक बहाली रोकें। उन्होंने कहा कि अब तक इस परीक्षा में करीब 15 लोगों की मौत हो चुकी है।  उन्होंने कहा कि झारखंड में हर दिन नई चुनौती आ रही है। बांग्लादेशी घुसपैठ और वादा खिलाफी का मामला झारखंड की जनता से जुड़ा हुआ है। भारत के हर प्रदेश में पुलिस की बहाली होती है। शारिरिक परीक्षा के जरिये सारी नियुक्तियां होती है। शारीरिक परीक्षा पुलिस की बहाली में अनिवार्य है। इसके लिए सही मौसम का चुनाव होता है और उसी वक़्त शारिरिक परीक्षा ली जाती है।

कहा कि अगस्त 2023 में उत्पाद सिपाही का फॉर्म भरवाया गया। उसके बाद अक्टूबर, नवंबर  और दिसम्बर में शारीरिक परीक्षा ले ली जानी चाहिए थी।  लेकिन अगस्त 2024 में शारीरिक परीक्षा शुरू हुई । अगस्त में गर्मी बहुत होती है। उन्होंने कहा कि अभी तक इस परीक्षा में करीब पंद्रह छात्रों की मृत्यु हो गयी है। हिमंता ने कहा कि हेमंत सोरेन और उनकी सरकार युवाओं की मृत्यु का कारण बन गए हैं। इन सभी मौत की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में आवेदन दिया जायेगा। राज्य सरकार सभी मृतक युवाओं के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी दे। सरकार युवाओं का पहले मेडिकल टेस्ट करवाये और दौड़ से पहले एक ग्लास दूध तथा फल की व्यवस्था करें। 
आराम की व्यवस्था करे

उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा  कि जो छात्र रात में आते है उनके आराम की व्यवस्था करें और उन्हें खाने को दिया जाए। उन्होंने कहा कि वे पार्टी की ओर से सभी मृतक युवाओं के परिजन से मुलाकात करेंगे और 1 लाख रुपया सहायता राशि देंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव आयोग से काग्रह करेगी कि परीक्षा को आचार संहिता लागू होने के बाद भी चलने दिया जाए। बीजेपी चाहती है कि राज्य के युवाओं की जान बचाई जाए। झारखंड सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है। सरकार को दूध और फल देने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। 

बड़ी योजना देंगे
मंईंयां योजना पर उन्होंने कहा कि अक्टूबर में इस योजना से बड़ी योजना देंगे। बीजेपी शत प्रतिशत मंईंयां योजना के साथ है। बीजेपी खटा खट पर विश्वास नहीं करती। हजरत मुहम्मद की तरह पहले मैंने अपने राज्य में 26000 अनुबंधित शिक्षक को स्थायी कर के यहां आया हूं।


 

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