द फॉलोअप डेस्क
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमशेदपुर में हुए 800 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले में आरोपी कारोबारी अमित गुप्ता को रिमांड पर लिया है। इस संबंध में ईडी ने विशेष अदालत से अमित गुप्ता की रिमांड पर लेने का आग्रह किया था। अमित गुप्ता की रिमांड की अवधि आज से शुरू हो गई है और रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद 5 जून को उन्हें फिर से ईडी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ईडी ने शेल कंपनियों के नाम पर जीएसटी इंट्री कर 800 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में ईसीआईआर (Economic Crime Information Report) दर्ज किया है। अब तक जीएसटी घोटाले में ईडी ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें कोलकाता के कारोबारी अमित गुप्ता, मोहित देवड़ा, जमशेदपुर के जुगसलाई निवासी कारोबारी विक्की भालोटिया और सुमित गुप्ता शामिल हैं। ये सभी वर्तमान में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं।
बता दें कि आरोप है कि लगभग 14,325 करोड़ रुपये के फर्जी चालान बनाने का काम शिव कुमार देवड़ा, सुमित गुप्ता और अमित गुप्ता समेत अन्य आरोपियों ने किया। इसके परिणामस्वरूप अयोग्य दावे के रूप में 800 करोड़ रुपये से अधिक की राशि की गई थी, जिसके चलते सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हुआ था। इस मामले में पहले जीएसटी इंटेलिजेंस ने कार्रवाई की थी, जिसके बाद जीएसटी अधिकारी दिनेश सिंह के बयान पर शिव कुमार देवड़ा, सुमित गुप्ता और अमित गुप्ता को जेल भेजा गया था। बता दें कि अमित गुप्ता और सुमित गुप्ता जमशेदपुर निवासी हैं। जांच मे जुड़े अधिकारियों के अनुसार, जीएसटी चोरी को 90 से अधिक शेल कंपनियों के जरिए अंजाम दिया गया था।