रांची
झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के नाम पर फर्जी खाता खोलकर उसमें 10.40 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के मामले में रांची ने बड़ी कार्रवाई की है। इस गड़बड़ी की जांच के लिए DGP अनुराग गुप्ता के निर्देश पर SIT टीम का गठन किया गया। टीम में ATS एसपी ऋषभ झा और CID की टीम और 3 एएसपी को शामिल किया गया। आपको बता दें कि इस मामले को लेकर धुर्वा थाना में गिरजा प्रसाद, आलोक कुमार और अमरजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
SIT की टीम ने गिरजा प्रसाद, आलोक कुमार और अमरजीत कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के क्रम में इन दोनों ने इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अन्य साजिशकर्ता व्यक्तियों के नाम तथा उनकी संलिप्ता के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने रूद्र सिंह और लोकेश्वर साह को हिरासत में लेकर इनसे पूछताछ की। इन साजिशकर्ताओं की निशानदेही पर इनके बताये स्थान से लगभग 85 लाख नकद तथा लगभग 15 लाख रुपये के सोने के गहने, प्राप्त कमीशन के पैसों से, कुल लगभग एक करोड़ के अपराध से अर्जित किये गये राशि को बरामद किया गया।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को जीएम फाईनेंस, झारखंड टुरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा 10।4 करोड़, झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट द्वारा नौ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर फर्जी अकाउंट के द्वारा निकासी की शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कराई गई। इसके बाद चार अक्टूबर को झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड द्वारा 40।5 करोड़ और झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट द्वारा 56।5 करोड़ की राशि का फर्जी अकाउंट के द्वारा निकासी की शिकायत पोर्टल पर दर्ज करायी गई।
इन सभी शिकायतों के आधार पर CID में कांड दर्ज कर SIT के द्वारा अग्रतर अनुसंधान, सरकारी राशि को विभिन्न बैंक अकाउंटों में फ्रिज और छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। अभी तक कुल तीन सौ विभिन्न फर्जी अकाउंटों की जानकारी प्राप्त हुई है। जिनमें से सबसे ज्यादा फर्जी अकाउंट उत्कर्ष स्मॉल फाईनांस बैंक में खोले जाने की बात सामने में आई है। अब तक के अनुसंधान में SIT के द्वारा लगभग 39 करोड़ 70 लाख रूपये विभिन्न खातों में फ्रिज किये गये हैं।