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चंपई सरकार ने साबित किया बहुमत, पक्ष में पड़े 47 वोट

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द फॉलोअप डेस्क

चंपाई सोरेन ने अपनी अग्नि परीक्षा पास कर ली है। उन्होंने विधानसभा में अपनी बहुमत साबित कर दी है। बता दें कि 47 वोट पक्ष में पड़े हैं।। वहीं विपक्ष में 29 वोट पड़े हैं। इन सब के बीच सरयू राय तटस्थ रहे। वहीं अमित मंडल सदन में अनुपस्थित रहे। 2 विधायक बीमार होने के कारण सदन नहीं आए। इसके साथ ही सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। आज के विशेष सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए थे।  इस दौरान हेमंत ने मीडिया से किसी भी तरह की कोई बात नहीं की थी और सीधा अंदर चले गयए थे। इस दौरान उनका बॉडी लैंगवेज आत्मविश्वास से भरा दिख रहा था क्योंकि उनको भी पता है कि उनके पास पूर्ण बहुमत है और आज चंपई फ्लोर टेस्ट में पास भी होंगे। गौरतलब है कि चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लिया था। इसके साथ ही उन्हें 5 फरवरी को अपनी बहुमत साबित करनी थी।

 

इनलोगों ने अगर कागज दिखा दिया तो राजनीति से इस्तीफा दे दूंगा

हेमंत सोरेन अपने संबोधन में विपक्ष पर जमकर बरसे हैं। पूर्व सीएम  ने आज सदन में कहा मुझे किसलिए अरेस्ट किया गया है साढ़े 8 एकड़ जमीन के घोटाले के लिए। है हिम्मत है तो कागज दिखाएं। अगर कागज मिला तो राजनीति से इस्तीफा दे दूंगा। मैं आंसू नहीं बहाऊंगा। आपके लिए हमारे आंसू का कोई महत्व नहीं है। इनके एक-एक सवालों का जवाब वक्त आने पर दिया जाएगा। दुर्भाग्य है इस राज्य का हमारे ही राज्य के कुछ लोग इनके चरणों में जाकर बैठे हैं। नहीं तो इस राज्य की इतनी दुर्दशा नहीं होती है। इस राज्य को बने 24 साल हो गये किसने सबसे ज्यादा राज किया। किसी को बताने की जरूरत नहीं है। 2024 में ही इनको घोटाले नजर आ रहे हैं। ये नहीं पचा पा रहे हैं कि आदिवासी किसी सर्वोच्च स्थान पर पहुंचे। ये नहीं चाहते है कि हम जज बने, हम अधिकारी बने। ये नहीं चाहते कि ये राजनेता बने। इन लोगों ने भी आदिवासी नेता बनाया था। बता दीजिए कितने लोगों ने 5 साल पूरा किया। मुझे पता था कि ये लोग मुझे पांच साल पूरा नहीं करने देंगे। रिकॉर्ड में नहीं लिखने देंगे।

मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल रहा

हेमंत सोरेन आगे कहा कि मैं कहना चाहूंगा 31 जनवरी की काली रात काला अध्याय देश के लोकतंत्र में नये तरीके से जुड़ा है। इससे पहले देश में किसी सीएम का गिरफ्तारी हुई हो मेरे संज्ञान में नहीं है। ये पहली घटना है। मुझे लगता है इस घटना को अंजाम देने में राजभवन भी शामिल रहा है। और जिस तरीके से ये घटना घटित हुई है मैं आश्चर्यचकित हूं। इसलिए कि मैं एक आदिवासी हूं। नियम कानून की जानकारी का अभाव रहता है। बौद्धिक क्षमता विपक्ष के बराबर नहीं है। लेकिन सही गलत की जानकारी सबको होती है। बहुत सुनियोजित तरीके से 31 तारिख की पटकथा लिखी जा रही थी। इस पकवान को बहुत धीमी आंच से पकाया जा रहा था। यह पकने वाला नहीं था लेकिन येन केन प्रकारेण इन्होंने आधा अधूरा पकवान पकाया और अपने लिए परोस लिया। बाबा भीम राव अंबेडकर का सपना कहीं ना कहीं अधूरा रह गया। 

हां मैं हेमंत पार्ट 2 हूं
 सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि विपक्ष मुझे कहती है चंपाई हेमंत सोरेन का पार्ट-2 है। मैं गौरव के साथ कहता हूं मैं हेमंत पार्ट 2 हूं। यहां की शिक्षा, कृषि और स्थिति को भाप कर हेमंत ने सर्वजन पेंशन योजना की शुरुआत की। जहां कोई डीसी, डीडीसी तक नहीं पहुंचते थे। हेमंत सोरेन ने आपकी योजना आपकी सरकार के तहत एक-एक परिवार की तकलीफ जानकर उनको आज सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने का काम किया। ये क्या गुनाह है।  गरीब किसान का बेटा जो मैट्रिक करता है और उसके पास डिप्लोमा करने का पैसा नहीं है। गुरुजी केंड्रिट कार्ड लाया गया। यहां के आदिवासी- दलित छात्रों को मुफ्त में विदेश पढ़ने के लिए भेज दिया। स्मार्ट मॉडल स्कूल की शुरुआत की गई। जिस घर में कभी शिक्षा का दीया नहीं जला हम उस घर में दीया जलाने की सोच के साथ हेमंत सोरेन ने स्मार्ट मॉडल स्कूल की शुरुआत की थी। ये क्या गलत है। हमारा विपक्ष की सरकार झारखंड अलग होने के बाद काफी समय तक झारखंड में थी तो इस प्रदेश का क्या हुआ।