द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने मयूरभंज जिले के बिसोई प्रखंड अंतर्गत केसरगढ़िया गांव का दौरा किया, जो 20 मार्च को हुई ओलावृष्टि में बुरी तरह प्रभावित हुआ था। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक भादव हांसदा, जिला प्रशासन के अधिकारी एवं टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद थे। पूर्व सीएम ने सैकड़ों ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा और टाटा स्टील फाउंडेशन को क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया।
मीडिया से बात करते हुए पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने कहा, "पिछले हफ्ते मुझे स्थानीय लोगों से इस प्राकृतिक आपदा की जानकारी मिली थी। इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में हालात गंभीर हैं। हजारों घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। ओडिशा सरकार राहत कार्य चला रही है, लेकिन मैंने मानवता के आधार पर टाटा स्टील फाउंडेशन से सहयोग की अपील की है ताकि पुनर्निर्माण कार्य जल्द शुरू हो सके।"
उन्होंने आगे कहा, "इस संकट की घड़ी में प्रभावित आदिवासियों को हमारी मदद की जरूरत है। हम सभी को मिलकर उनकी सहायता करनी होगी ताकि उनके घर जल्द से जल्द बन सकें।" पूर्व सीएम ने बुरूडीह गाँव का भी दौरा किया, जो अत्यंत दुर्गम क्षेत्र में स्थित है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में आने वाले वे पहले बड़े राजनेता हैं, जिससे उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद जगी है। गौरतलब है कि हाल ही में हुई ओलावृष्टि में बिसोई प्रखंड के करीब 1,500 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। सैकड़ों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।