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झारखंड में कम वोटिंग वाले पोलिंग बूथ की समीक्षा होगी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दिए निर्देश

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने शुक्रवार को मुख्यालय स्थित अपने सभागार में सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बीते लोकसभा निर्वाचन के दौरान रह गई किन्हीं भी अप्रत्याशित कमियों का आकलन कर उन्हें सुधारने तथा आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने हेतु विमर्श के उद्देश्य से उक्त बैठक आहूत की गयी थी। उन्होंने कहा कि राज्य में लोकसभा निर्वाचन निष्पक्ष, भयमुक्त और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने में निर्वाचन से जुड़े सभी पदाधिकारियों, कर्मियों ने अपनी महती भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अभी से तैयारी प्रारंभ कर दें।

इस बाबत लोकसभा चुनाव के दौरान बने बूथ अवेयरनेस समूहों और ईएलसी समूहों को सक्रिय करना होगा।  उन्होंने निर्देश दिया कि सरकारी भवनों आदि पर दीवार लेखन कर संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर का नाम एवं नंबर अंकित करायें, ताकि कोई भी मतदाता अपने क्षेत्र के बीएलओ से सुगमता से संपर्क कर सकें।

वोटिंग लिस्ट प्रकाशन का कट ऑफ डेट 1 अक्टूबर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि विधानसभा निर्वाचन के परिप्रेक्ष्य में मतदाता सूची के प्रकाशन का कट ऑफ डेट 1 अक्टूबर रखा जा रहा है। इस तिथि के पूर्व घर-घर जाकर मतदाताओं का पुनरीक्षण कर लें। इस दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सभी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से मिलान करते हुए नए मतदाताओं को जोड़ने के साथ जो मतदाता शिफ्ट कर चुकें हैं अथवा जिनकी मृत्यु हो गयी है, उनका नाम सूची में अद्यतन करें। 

चुनाव कार्य में लगे वाहन मालिकों को भुगतान हो
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारी 80 प्रतिशत से कम मतदान वाले मतदान केंद्रों का स्वयं भौतिक निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि लोकसभा निर्वाचन के पूर्व  मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधा का सोशल आडिट टीम के द्वारा सर्वे कराया गया एवं मतदान के तीन दिन पूर्व पुनः उसका सर्वे कराया गया था। उन्होंने सभी उप निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार शतप्रतिशत मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधा सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि मतदान कर्मियों एवं मतदान कार्य में लगे वाहनों के मालिकों को नियमानुसार ससमय भुगतान सुनिश्चित करें।

मतदान कार्य मे लगे कर्मी यदि आकस्मिक रूप से अस्वस्थ हुए थे, तो उनका कैशलेस उपचार कराएं। साथ ही मतदान कार्य से जुड़े जिस भी कर्मी के जान-माल के नुकसान की स्थिति में परिजनों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए अनुग्रह अनुदान देना सुनिश्चित करें।

कार्यक्रम में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भी रहीं मौजूद
इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, ओसडी गीता चौबे, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  देव दास दत्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी (मुख्यालय) संजय कुमार सहित सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारी मौजूद थे। वहीं बैठक से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों में निर्वाचन कार्य से जुड़े अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी भी जुड़े हुये थे।

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