दुमका:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपराजधानी दुमका में लोगों को करोड़ों की योजनाओं की सौगात दी। सीएम हेमंत ने दुमका स्थित पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में लोगों के बीच परिसंपत्तियों का भी वितरण किया। मुख्यमंत्री ने यहां विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब लोग पैसे की बदौलत वोट खरीदने की तैयारी में लगे थे, आखिर वे लोग कौन थे जिन्होंने खरीद-फरोख्त से दूर हमें सरकार बनाने का मौका दिया। जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमें आशीर्वाद दिया। आज उस आशीर्वाद का हम कर्ज उतारने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM दुमका में आयोजित सर्वजन पेंशन योजना का प्रमंडल स्तरीय समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 319 करोड़ रूपये की 59 योजनाओं का शिलान्यास एवं 53 योजनाओं का शुभ उद्घाटन किया। @JobaMajhi@DumkaDc pic.twitter.com/wHQ5StHWhQ
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) July 21, 2022
गरीबी और भूखमरी की समस्या है राज्य में!
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अत्यंत पिछड़ा राज्य है। राज्य गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी और कुपोषण जैसे संक्रमणों से घिरा पड़ा है। ऐसा लगता था कि राज्य कभी बढ़ेगा ही नहीं। 2019 में हमने गठबंधन की सरकार बनाई है। डबल इंजन की सरकार को उखाड़ फेंका। हमें सरकार बनाने का मौका मिला। सरकार का गठन होते ही कोरोना महामारी राक्षस बनकर खड़ी हो गई। हमने उस राक्षस को परास्त किया और राज्य को ऐसी दिशा दी कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बना। हम प्रवासी श्रमिकों को वापस लाये।
दूसरे राज्यों में जानवरों की तरह लोगों की जान गई। इस राज्य के जल जंगल जमीन और हरियाली की वजह से यहां जनमानस सुरक्षित रहा।
राज्य को ना जाने और कितनी चुनौतियां से रूबरू होना पड़ेगा। कितनी मुश्किलें आएंगी।
झारखंड में बन गई ही भीषण सुखाड़ की स्थिति!
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में सुखाड़ की स्थिति बनी है। मानसून की बारिश अच्छी नहीं हुई। बिचड़ा नहीं रोप पा रहे हैं लोग। मौसम विभाग की भविष्यवाणी को देख रहे हैं। उधर भी निराशा ही निराशा ही। जहां खेती बाड़ी से लोगों को लेना-देना नहीं है वहां लोग बाढ़ में डूबे हैं। जहां खेती बाड़ी से आजीविका चलती है वहां बारिश नहीं हो रही। मजदूरों, गरीबों और किसानों के साथ अन्याय हो रहा है।
केंद्र में बैठी सरकार बड़ी-बड़ी डींगे हांकती है। 5 किलो मुफ्त राशन हम दे रहे हैं। किसानों का ऋण माफ कर रहे हैं लेकिन उसमें लंबी कतार है। सबको पांच किलो राशन नहीं मिल पा रहा है। देश को पानी नहीं उपलब्ध नहीं करा पाये तो। 24 घंटा बिजली नहीं दे पाये तो देश किस ओर आगे बढ़ रहा है। विकासशील देश होने का दावा सरकार करती है। ये लोग कुछ दिन और रहते तो राज्य को बेचकर खत्म कर देते। व्यापारियों को सत्ता देकर यही होता है।
देश में महंगाई का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है!
मुख्यमंत्री ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई आसमान छू रही है। 20 वर्षों में साढ़े 6 लाख पेंशनधारियों को ही लाभ देने में कामयाब हुये। क्या कारण है हमने महज ढाई साल में इसे 18 लाख तक पहुंचा दिया। ये लोग 20 साल तक क्या कर रहे थे। गरीबों को राशन कार्ड में चावल के साथ नमक, तेल, चीनी और दाल भी मिलता था। इन लोगों ने उसे खत्म कर दिया।
आपकी सरकार ने आपका खोया सामान आपको लौटा रहे हैं। नमक और दाल दे रहे हैं। ये लोग देने वाले नहीं हैं। छीनने वाले लोग हैं। योजनाएं देखकर कर विरोधियों के पेट में दर्द होता है। कुछ दिन पहले 14 महीने के लिए सरकार बनाई। गरीबी का आलम देखा।
हमने धोती-साड़ी योजना चलाई। हमारी सरकार चली गई। योजना बंद की गई। लोगों को नंगा रहने के लिए मजबूर किया गया। हमारी सरकार ने दोबारा वो योजना शुरू की। हर त्योहार में नया कपड़ा पहन सकें।
हर वर्ग के लिए काम कर रही है राज्य सरकार!
दुमका में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के हर वर्ग और हर क्षेत्र के लिए सरकार काम कर रही है। विकास को जो गति हमने दी है। चाहे सरकारी नौकरी है। निजी क्षेत्र में नौकरी हो। स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। टीवी रेडियो में आप देखते होंगे।
सरकार बीपीएल परिवारों को बाहर निकाला। 20 साल में जेपीएससी की नियमावली नहीं बना पाये। जेएएससी की नियमावली नहीं बना पाये। शिक्षक भर्ती की नियमावली नहीं बना पाये। केवल कॉन्ट्रैक्ट पर बहालियां की। लोग आंदोलित रहे। हमारे राज्य के पारा शिक्षकों को जो 12 महीने में 11 महीने सड़क पर रहते थे। विरोधियों ने उनका आंसू नहीं पोछा। तकरीबन 70 हजार पारा शिक्षकों को न्याय मिला।
सहायक पुलिस इधर-उधर भटकते रहे। गलत तरीके से नियुक्ति की। बिचारे ना सड़क पर रहे ना घर पर। नई सरकार पर नाकामियों का ठिकरा फोड़ा। जितने भी लोग अनुबंध पर हैं, आपलोग चिंता ना करें। हरके वर्ग की समस्या का समाधान निकालेंगे। आपका आशीर्वाद बना रहे। सबको रोजगार से जोड़ेंगे। 20 साल लोग त्राहिमाम-त्राहिमाम करते रहे। 40 साल हमें अलग राज्य लेने में लगा और उनको गद्दी से उतारने में 20 साल लग गये।
हमारी सरकार ने 12 हजार बच्चों को नियुक्तियां दीं!
मुख्यमंत्री ने रोजगार के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि निजी क्षेत्र में 12 हजार बच्चों को नियुक्ति दी। आगे बढ़ने के रास्ते बना रहे हैं। गैर-सरकारी संस्थाओं में रहने वाले प्रतियोगी परीक्षा करने वाले विद्यार्थियों का पूरा खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी। ऐसा कानून लाएंगे। कभी आप लोगों ने सोचा था कि जनजातीय बच्चों को विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा। विदेशों में शिक्षा का खर्च हम उठा रहे हैं। पेंशन की समस्या का समाधान किसी सांसद और विधायक के पास नहीं था।
हमने भारत सरकार से अनुरोध किया था। पेंशन का कोट बढ़ा दिया जाये लेकिन हमारी सुनी नहीं की गई। राज्य सरकार ने बीड़ा उठाया और सर्वजन पेंशन योजना की शुरुआत की। विधवा, वृद्धा पेंशन दिया। बड़े बड़े व्यापारियों का पैसा लौटाने का पैसा है।
महंगाई जिस प्रकार बढ़ रही है। आगे वाले समय में आप क्या खाएंगे। क्या पीएंगे। कहना मुश्किल होगा। लेकिन, मेरा वादा है कि आने वाले समय में राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के चेहरे पर मुस्कान रहेगी।
हमने 18 लाख लोगों को दिया पेंशन योजना का लाभ!
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि देश के कर्मचारियों का पैसा लेकर बाजार में पैसा लगा दिया। बाजार औंधे मुंह गिरा है। देश की स्थिति बहुत अजीब है। ना रोजगार मिल रही है। ना लोगों का वेतन बढ़ रहा है। हम हवा में काम करने वाली सरकार नहीं है। धरातल पर काम करने वाली सरकार हैं। गांव-गांव में तंबू लगाकर लोगों को योजनाओं का लाभ दिया। पंचायत मजबूत होगा तो प्रखंड मजबूत होगा।
प्रखंड मजबूत होगा तो जिला मजबूत होगा। जिला मजबूत होगा तो राज्य मजबूत होगा। कई योजनाएं आप लोगों के बीच में है। दुमका में पेंशन की समस्या तो खत्म हो चुकी है। राशन की समस्या भी तकरीबन खत्म हो चुकी है। धीरे-धीरे आपकी सभी समस्याओं का समाधान होगा। मैं पेंशनधारी लाभुकों से अनुरोध करता हूं कि वे अपने आसपास मौजूद जरूरतमंद लोगों को पेंशन योजना का लाभ दिलाएं। कोई रेडियो दुकान खोलना चाहता है।
कोई राशन दुकान खोलना चाहता है। किसी की इच्छा स्टूडियो खोलने की है तो वाहन चलाना चाहता है। पूंजी की समस्या है तो घबराए नहीं। सरकार आपको पूंजी मुहैया कराएगी।