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झारखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे POCSO Act, लैंगिक समानता से होंगे रू-ब-रू

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रांची 

झारखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चों को यौन अपराध से संबंधित POCSO Act की जानकारी दी जायेगी। साथ ही, लैंगिक समानता, सड़क सुरक्षा और जल व ऊर्जा संरक्षण जैसे विषय भी बच्चों को पढ़ाये जायेंगे। झारखंड सरकार के आदेश पर कक्षा एक कक्षा आठ तक के बच्चों को इन विषयों को क्रमवार पढाया जायेगा। गौरतलब है कि झारखंड में तृतीय श्रेणी की नौकरियों के लिए अधिकतर सवाल झारखंड से ही संबंधित ही पूछे जाते हैं। इस लिहाज से बच्चों को झारखंड की अधिक से अधिक जानकारी देने के लिए ये कवायद की जा रही है। मिली सूचना के अनुसार बच्चों के पाठ्यक्रम में ये बदलाव ताजा सत्र यानी 2024-25 से लागू हो जायेंगे। 

क्या है कारण 
इस संबंध में पाठ्य पुस्तक समन्वयक मणिलाल साव ने बताया कि बच्चों के पाठ्यक्रम में व्यवसायिक विषय भी शामिल किये गये हैं। बच्चों को अपने राज्य के भूगोल, इतिहास औऱ कला-संस्कृति के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हो, इसका प्रयास किया जा रहा है। कहा कि पाठ्यक्रम की पुस्तकों का प्रकाशन हर साल नहीं होता है। लेकिन इस साल चूंकि विषयों में बदलाव हो रहे हैं, तो नयी किताबों को प्रकाशन होगा। बताया कि बच्चों पर पहले से अधिक पाठ्यक्रम का बोझ न पड़े, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। पुस्तकों से संक्षिप्त विषय विरवरण और संदेश जैसे गैर जरूरी हिस्सों को हटाया जा रहा है। 

नई किताबों के प्रकाशन के लिए निकाला गया टेंडर 

अगले सत्र में कक्षा एक से कक्षा आठ तक के बच्चों को नई किताबें दी जायेंगी। इनके प्रकाशन के लिए निविदा निकाली गयी है। नये सत्र की शुरुआत अगले साल के मई माह से होगी। बता दें कि कक्षा एक से कक्षा आठ तक के लिए किताबों का प्रकाशन जेसीईआरटी की ओऱ से किया जाता है। वहीं, कक्षा नौ से कक्षा 12 तक के बच्चों को एनसीईआरटी की ओऱ किताबें उपलब्ध करायी जाती है। हालांकि एनसीईआरटी की किताबों का प्रकाशन भी झारखंड सरकार ही कराती है। लेकिन इसके लिए पहले राज्य सरकार को एनसीईआरटी से अनुमति लेनी पड़ती है।