logo

झारखंड में नक्सली हिंसा की बलि चढ़ रहे आम लोग, प्रतिवर्ष 34 लोगों की मौत; अब तक 826 ने गंवाई जान

NAXAL.png

द फॉलोअप डेस्क, रांची 
झारखंड में नक्सलियों द्वारा मारे गए लोगों का आंकड़ा सामने आया है। आंकड़े के अनुसार झारखंड अलग होने के बाद से नक्सलियें ने 826 लोगों की हत्या की है। उस हिसाब से प्रत्येक वर्ष नक्सलियों के हाथों 34 लोग मर रहे हैं। दरअसल, झारखंड का अधिकतर जिला नक्सलप्रभावित रहा है। अक्सर विभिन्न जिलों से खबरे आती रहती है कि माओवादियों ने जासूसी के नाम पर किसी को मौत के घाट उतार दिया तो कभी पुलिस से छिपने के लिए पनाह न दिए जाने पर। यही वजह है कि झारखंड में हर साल लगभग 3 दर्जन लोगों की हत्या माओवादियों के द्वारा कर दी जाती है।

मुखबिरी की वजह से लोग गवाते हैं जान 

झारखंड पुलिस माओवादीमुक्त राज्य बनाने की दिशा में आये दिन अभियान चलाती है। ऐसे में पुलिस माओवादियों को पकड़ने के लिए मुखबिर की मदद लेती है। माओवादियों का ठिकाना तलाश करने में मुखबिरों की बड़ी भूमिका होती है। इसके लिए पुलिस मुखबिरों को इनाम भी दिया करती है। माओवादियों के गतिविधियों की जानकारी पुलिस को मुखबिर देते हैं। माओवादियों को आगाह हो जाता है कि कोई उनकी जानकारी पुलिस तक पहुंचा रहा है। यही वजह है कि ज्यादातर लोगों की जान मुखबिरी के आरोप में चाली जाती है।

प्रत्येक वर्ष कितने लोगों की हुई हत्या 
वर्ष /हत्या 
2000- 13
2001-36
2002-25
2003-43
2004-16
2005-28
2006-18
2007-65
2008-61
2009-68
2010-73
2011-79
2012-49
2013-47
2014-49
2015-15
2016-34
2017-27
2018-17
2019-20
2020-08
2021-11
2022-06
2023-14
2024 से अब तक -03
कुल - 826

 

 

हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -

https://chat.whatsapp.com/H6JHUZV9z0LIcfjbcYlVDn