द फॉलोअप डेस्क, रांची
रांची के धुर्वा स्थित पुराना विधानसभा में दुर्गा पूजा पंडाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, पंडाल को राम मंदिर की तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसे लेकर विरोध शुरू हो गया। इसपर बीजेपी नेता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि धुर्वा के पुराने विधानसभा मैदान में राम मंदिर के स्वरूप के बन रहे पंडाल को लेकर सरकार जबरदस्ती तनाव उत्पन्न कर रही है। 500 वर्ष बाद रामलला अयोध्या में विराजमान हुए हैं और अगर राम मंदिर के स्वरूप का भव्य पंडाल बन रहा है तो इस पर सरकार को आपत्ति क्यों? राम मंदिर स्वरूप पंडाल हिंदुस्तान में नहीं तो क्या पाकिस्तान में बनेगा?
एफिडेविट के पॉइंट नंबर 35 में संथाल परगना के 6 जिलों में 'घुसपैठ' शब्द जिक्र
प्रतुल शाहदेव ने घुसपैठ के मुद्दे पर झामुमो पर तीखा प्रहार किया है। प्रतुल ने डेमोग्राफी और बंगलादेशी घुसपैठ पर झामुमो को आइना दिखाया है। दरअसल केंद्र सरकार द्वारा कोर्ट में पेश किये हलफनामे पर झामुमो ने सवाल उठाया था। झामुमो का दावा है कि केंद्र द्वारा दायर किये गए हलफनामें में घुसपैठ शब्द का जिक्र नहीं है। इसपर प्रतुल शाहदेव ने झामुमो को घेरा है। उन्होंने कहा कि वोट बैंक का तुष्टिकरण की राजनीति के कारण झारखंड मुक्ति मोर्चा सच्चाई से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गृह मंत्रालय के उप सचिव के द्वारा उच्च न्यायालय में दिए एफिडेविट के पॉइंट नंबर 35 में स्पष्ट लिखा है कि झारखंड के संथाल परगना के 6 जिलों में घुसपैठ पाकुड़ और साहिबगंज के इलाके से हुई जो पश्चिम बंगाल से होते हुए बांग्लादेश से नजदीक का इलाका है।
झारखंड के सीमावर्ती जिलों में बड़ी संख्या में बने मदरसे
बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बताया कि सीमावर्ती जिलों में बड़ी संख्या में मदरसे बनाए गए हैं। केंद्र सरकार की इसी एफिडेविट में वर्णित है कि 2021 में केंद्र ने राज्य सरकार को दो बार पत्र लिखकर 203 और एक बार 145 घुसपैठिए की सूची सौंप थी। केंद्र ने राज्य को इस पर कार्रवाई करने को भी कहा था, लेकिन राज्य सरकार उसको दबा कर बैठ गई। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन राजधर्म नहीं निभा रहे, सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।
पाकिस्तानी मुसलमानों के लिए हक मांग रही झामुमो
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा पाकिस्तान से आए मुसलमान के लिए किस आधार पर हक मांग रही है? सीएए कानून के तहत इस्लामिक राष्ट्रों में जो पीड़ित अल्पसंख्यक थे उनको नागरिकता देने का प्रावधान था। तो इस्लामी राष्ट्र में मुसलमानों को प्रताड़ित किया जाता हो इस सोच को तो 21 तोपों की सलामी बनती है। वहां हिंदू, सिख, क्रिश्चियन, बुध ,जैन, पारसी जरूर प्रताड़ित रहे है और इनको नागरिकता और हक देने का प्रावधान किया गया है।