द फॉलोअप डेस्क, रांची
रांची सीबीआई कोर्ट ने सेकेंड जेपीएससी नियुक्ति घोटाले में सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। यह घोटाला लगभग 12 साल पुराना है और सीबीआई ने नवंबर 2024 में अपनी जांच पूरी कर रांची कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद समेत कुल 72 अभियुक्तों के खिलाफ समन जारी करने का आदेश पारित किया गया है।
बता दें कि चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है कि जेपीएससी के तत्कालीन सदस्य और कोऑर्डिनेटर के कहने पर 12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ाए गए थे। कई अभ्यर्थियों की कापियों में भी फेरबदल किया गया और इंटरव्यू के दौरान उनके असल नंबरों को भी बढ़ाया गया। इसके अलावा, चार्जशीट में कई अधिकारियों के नाम हैं जिन्होंने प्रमोशन के बाद डीएससी से एसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
बता दें कि इस मामले की जांच 2012 में झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई को सौंप दी गई थी। इससे पहले मई 2024 में सीबीआई ने 37 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी जिसमें जेपीएससी के कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी आरोपित थे। यही नहीं चार्जशीट में ऐसे अधिकारियों का नाम भी शामिल है जो प्रमोशन पाकर डीएसपी से एसपी बन चुके हैं।
इन्हें किया गया समन जारी
CBI ने अपनी चार्जशीट में खुलासा किया है कि जेपीएससी के तत्कालीन सदस्य और को-आर्डिनेटर के निर्देश पर 12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ाए गए थे। कई अभ्यर्थियों की कापियों में काट-छांट कर नंबर बढ़ाए गए और सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबरों में भी हेरफेर किया गया। चार्जशीट में जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद का नाम भी शामिल है। इसमें जेपीएससी के तत्कालीन सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद सिंह नागेश, एलिस उषा रानी सिंह, अरविंद कुमार, सोहन राम, प्रशांत कुमार लायक, राधा प्रेम किशोर, विनोद राम, हरि शंकर बराईक, हरि शंकर सिंह मुंडा, रवि कुमार कुजुर, मुकेश कुमार महतो, एसए खन्ना, बटेश्वर पंडित, कोआर्डिनेटर परमानंद सिंह, अल्बर्ट टोप्पो, एस अहमद, नंदलाल, कुंदन कुमार सिंह, मौसमी नागेश, कानुराम नाग, लाल मोहन नाथ शाहदेव, प्रकाश कुमार, कुमारी गीतांजलि, संगीता कुमारी, रजनिश कुमार, शिवेंद्र, संतोष कुमार चौधरी, कुमार शैलेंद्र और हरि उरांव का नाम शामिल है।