logo

चिता पर मां का शव रख जमीन की खातिर लड़ती रही बेटियां, श्मशान घाट में बंटवारे के बाद हुई अंत्येष्टि

galan.jpg

द फॉलोअप डेस्कः
यूपी के मथुरा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग महिला की मौत के बाद उसकी बेटियों ने अंतिम संस्कार से पहले ही संपत्ति के बंटवारे के लिए झगड़ा कर लिया। हालात ऐसे बन गए कि महिला का शव 8 घंटे तक चिता पर पड़ा रहा। श्मशान में ही स्टांप पेपर मंगवाया गया और वहीं पर संपत्ति का बंटवारा किया गया। यह सब कर लेने के बाद ही अंतिम संस्कार किया। 


श्मशान घाट में स्टांप पेपर मंगवाया गया 
बता दें यह घटना मथुरा के गोविंद नगर इलाके के बिरला मंदिर के पास मौजूद श्मशान घाट की है। रविवार दोपहर 98 साल की पुष्पा देवी का शव अंतिम संस्कार के लिए लाया गया था। इस दौरान श्मशान में ही उनकी तीन बेटियों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद शुरू हो गया। चार बीघा जमीन के लिए यह विवाद इतना बढ़ गया कि श्मशान में ही स्टांप पेपर मंगाया गया। वहीं रिश्तेदारों ने समझौता करवाया तो यह समझौता भी स्टांप पेपर पर लिखा गया। यह सब हो जाने के बाद ही पुष्पा देवी के शव को मुखाग्नि दी गई। बताया गया कि पुष्पा  देवी के पति गिर्राज प्रसाद का निधन पहले ही हो चुका था। उनका कोई बेटा नहीं बल्कि तीन बेटियां ही हैं। वह बारी-बारी से अपनी बेटियों के पास ही रहती थीं। निधन के वक्त वह मथुरा के आनंदपुरी में अपने बेटी मिथिलेश के यहां रह रही थीं। 


ऐसे हुआ बंटवारा 
निधन के बाद बिरला मंदिर के पास स्थित श्मशान घाट में उनका शव लाया गया था। वहीं, पर बाकी दोनों बहनें शशि और सुनीता भी पहुंचीं। इन दोनों ने दावा किया कि मिथिलेश ने मां की चार बीघा जमीन अपने नाम करवा ली है। वहीं विवाद हुआ तो पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि मिथिलेश ने डेढ़ बीघा जमीन बेच ली थी और अब ढाई बीघा ही बची थी। इसमें से एक बीघा जमीन शशि को और बाकी की डेढ़ बीघा में सुनीता और मिथिलेश को हिस्सा दिया जाएगा।