द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती का दौड़ चल रहा है। पलामू के चियांकि हवाई अड्डा पर भी दौड़ का आयोजन किया गया है। गुरुवार को 25 अभ्यर्थी बेहोश हो गए थे। सबको इलाज के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया था। इसी क्रम में गुरुवार की शाम एक बेहोश अभ्यर्थी की मौत हो गई। मृतक अभ्यर्थी कहां का रहने वाला है उसकी पहचान नहीं हो पाई है। अधिकतर बेहोश होने वाले अभ्यर्थी बिहार के गया और छपरा के इलाके के रहने वाले हैं। एक अभ्यर्थी की याददाश्त चली गई है।
फर्श पर लिटाकर चढ़ाया जा रहा स्लाइन
मेदिनीनगर टाउन थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन के तरफ से पुलिस को सूचना दी गई है कि एक बेहोश अभ्यर्थी की मौत हुई है। मामले में आगे की छानबीन की जा रही है। मेदिनीराय मेडीकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बेहोश अभ्यर्थी को जानवरों की तरह फर्श पर लिटा दिया गया था। फर्श पर ही स्लाइन चढ़ाया जा रहा था। कई अभ्यर्थियों को देखने वाला कोई भी मेडिकल स्टाफ नहीं था। इमरजेंसी वार्ड में रस्सी के सहारे अभ्यर्थी को स्लाइन लाइन चढ़ाई जा रही थी। जुगाड़ के सहारे स्लाइन चढ़ाने का हाल पलामू प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पताल का था।
इससे पहले 22 अगस्त को भी गिरिडीह के सरिया के केशवारी गावं निवासी पिंटू रजक (22) की मौत जादूगोड़ा के स्वासपुर में उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए हो रही दौड़ के दौरान हो गई थी। घटना के समय पिंटू करीब 10 किमी की दौड़ लगा चुके थे। इसी बीच सांस फूलने से जमीन पर गिर पड़े। उपचार के लिए पिंटू को उप स्वास्थ्य केंद्र केंदाडीह ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद एमजीएम रेफर कर दिया। एमजीएम के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 22 अगस्त को ही हजारीबाग जिला के महेश महतो भी बेहोश हो गये थे। जिसके बाद उन्हें शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया था जहां उनकी हृदयघात से मौत हो गई थी।