द फॉलोअप डेस्कः
धुर्वा डैम इन दिनों चर्चा में है। बीते 21 जनवरी की सुबह एक युवती का शव धुर्वा डैम से बरामद किया गया। जिसकी पहचान एनी अनुष्का कच्छप के रूप में हुई थी। वहीं दूसरी ओर गुरुवार की सुबह लोगों को एक अन्य युवती के शव पर नजर पड़ी। युवती की पहचान शाहीन परवीन के रूप में हुई। धुर्वा डैम में छलांग लगाकर आत्महत्या करने से सबसे अधिक मामले आ रहे हैं। तनाव में आकर युवक-युवती डैम पहुंचकर जान दे रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने वाला वहां कोई नहीं है। पुलिस लगातार डैम में आत्महत्या करने वाले का शव भी बरामद कर रही है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं। सुरक्षा के नाम पर थाने की पेट्रोलिंग गाड़ी दिनभर में एक या दो बार चक्कर लगाकर वापस लौट जाती है। पिछले एक वर्ष में 14 युवक-युवतियों की धुर्वा डैम में डूबने से मौत हो चुकी है। लेकिन, अब तक डैम के किनारे न तो बैरिकेडिंग की गई है और न ही वहां गोताखोर तैनात रहते हैं। पुलिस-प्रशासन जरा भी सजग हो तो धुर्वा डैम में आत्महत्या की घटनाओं को रोका जा सकता है।