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जामताड़ा : वित्तीय अनियमितता को लेकर फतेहपुर BDO और अन्य पर प्रमंडलीय आयुक्त ने की कार्रवाई

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दीपक झा, जामताड़ा: 

फतेहपुर प्रखंड के बंदरनाचा पंचायत में मनरेगा योजना की धांधली को लेकर बंदरनाचा पंचायत की उपमुखिया कौशल्या देवी ने पंचायत क्षेत्र में मनरेगा योजना में धांधली की शिकायत प्रमंडलीय आयुक्त से की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए प्रमंडलीय आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर प्रमण्डल स्तर पर गठित जांच दल द्वारा वर्णित 4 योजनाओं की जांच की गई।


उक्त योजनाओं में कुल 2,93,487.00 रुपये राशि का गबन पाया गया। जांच क्रम में पाया गया कि योजनाओं के अभिलेखों का संधारण भी उचित तरीके से नहीं किया गया है। 

प्रमंडलीय आयुक्त ने की कार्रवाई
जांच प्रतिवेदन के आलोक में संज्ञान लेते हुए प्रमण्डलीय आयुक्त द्वारा वित्तीय अनियमितता / गबन में अपरोक्ष रूप से सम्मलित एवं अपने कर्त्तव्यों का समुचित निर्वहन न करने, लापरवाही बरतने हेतु फतेहपुर बीडीओ मुकेश कुमार बाउरी फतेहपुर, तत्कालीन सहायक अभियंता मृत्युंजय सिंह मुण्डा एवं तत्कालीन बीपीओ वाणीव्रत मित्रा के विरूद्ध प्रपत्र - 'क' गठित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा / सेवामुक्ति की कार्रवाई करने का निदेश उपायुक्त एवं उप विकास आयुक्त, जामताड़ा को दिया गया है। 

इन लोगों के खिलाफ भी हुई कार्रवाई
साथ ही वित्तीय अनियमितता के सीधे दोषी तत्कालीन पंचायत सचिव भरत मंडल (सेवानिवृत), तत्कालीन रोजगार सेवक राज किशोर झा ( फतेहपुर प्रखंड में ही -- पदस्थापित), तत्कालीन कनीय अभियंता -  बलदेव वानरा ( वर्तमान पदस्थापन - सरायकेला खरसावां जिला) एवं मुखिया मालती मुरमु मुखिया, पंचायत बानरनाचा के विरूद्ध अविलम्ब सरकारी राशि के गबन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करते हुए सेवामुक्ति / प्रपत्र - 'क' गठित कर विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ करने हेतु निदेशित करते हुए उक्त का अनुपालन प्रतिवेदन एक सप्ताह के अन्दर मांगा गया है। साथ ही इस विषय की सूचना ग्रामीण विकास विभाग, झारखण्ड, रांची को भी उपलब्ध करायी गयी है।