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Ranchi : राष्ट्रपति उम्मीदवारी की कहानी कहते भावुक हो गईं द्रौपदी मुर्मू, सुनाया ये वाकया

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डेस्क: 

एनडीए (NDA) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Presidential Candidate Draupadi Murmu)सोमवार को झारखंड की राजधानी रांची आईं। झारखंड से द्रौपदी मुर्मू का गहरा नाता रहा है। वो, झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रही हैं। यही नहीं!

द्रौपदी मुर्मू ऐसी पहली राज्यपाल (Governor) थीं जिन्होंने झारखंड में अपना कार्यकाल पूरा किया। सोमवार को द्रौपदी मुर्मू ने रांची के होटल बीएनआर चाणक्य (Hotel BNR Chanakya) में एनडीए घटक के विधायकों और सांसदों को संबोधित किया। द्रौपदी मुर्मू संबोधन के दौरान एक बार भावुक हो गईं। दरअसल, द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में अपनी उम्मीदवारी से जुड़ा एक वाकया बता रही थीं, इसी दौरान भावुक हो गईं। 

 

भावुक होकर द्रौपदी मुर्मू ने क्या बताया! 
सोमवार को बीजेपी (Bjp) और आजसू (Ajsu) के नेताओं को संबोधित करते हुए होटल बीएनआर चाणक्य में द्रौपदी मुर्मू ने उस पल के बारे में बताया जब उनको राष्ट्रपति पद के लिए बतौर एनडीए उम्मीदवार बनाए जाने के बारे में बताया गया। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री (Prime Minister) ने बताया कि मैं राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हूं। ये सूचना मिलते ही मैं अवाक रह गई।

कुछ पल को सब शून्य था। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैंने पीएम से कहा कि मैं इतनी बड़ी जिम्मेदारी कैसे निभा पाऊंगी। मैं थोड़ी नर्वस थी। तभी प्रधानमंत्री ने कहा कि चिंता मत कीजिए।

संविधान से आपको शक्तियां मिलेंगी। आप देश के सर्वोच्च पद की जिम्मेदारी बेहतरीन तरीके से निभाएंगी। हमें पूरा यकीन है। ये कहते हुए द्रौपदी मुर्मू काफी भावुक हो गईं। 

21 जून को हुआ था उम्मीदवारी का ऐलान
गौरतलब है कि 21 जून को एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा (Odisha) के मयूरभंज जिले की रहने वाली हैं। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पूर्व राज्यपाल रह चुकी हैं। 2002-2004 के बीच बीजेडी-बीजेपी गठबंधन सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। संख्याबल के लिहाज से द्रौपदी मुर्मू का जीतना तय है। यदि ऐसा होता है तो द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। बीजेडी, वीआरएस कांग्रेस और हम जैसी पार्टियों ने भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया है। 

बेटी इतिश्री मुर्मू ने सुनाया था दिलचस्प वाकया
जहां तक भावुक होने का सवाल है। जिस दिन द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान हुआ, उनकी बेटी इतिश्री मुर्मू ने मीडिया से बातचीत में एक वाकया साझा किया था। इतिश्री मुर्मू ने बताया था कि जब मां को बताया गया कि वो राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार होंगी तो वे बिलकुल शांत हो गईं। कुछ बोलीं नहीं। फोन पर शायद प्रधानमंत्री थे। वो ठीक से पीएम का आभार भी नहीं जता पाईं। फोन कटने के बाद कुछ देर चुपचाप बैठी रहीं। फिर फोन की घंटियां बजने लगी। लोग बधाई देना चाहते थे।