रांची
चतरा जिले के अमगांवा गांव निवासी एक युवती की शादी 20 अप्रैल को रांची के सुनील कुमार प्रजापति से होनी थी। तैलिक वैश्य भवन, खादगढ़ा रांची में मंडप सज चुका था, बारात पहुँच चुकी थी, लेकिन फेरे शुरू होने से पहले ही दूल्हा और उसका परिवार वहां से चुपचाप फरार हो गया। इस मामले में लड़की के पिता दशरथ प्रजापति ने सुखदेव नगर थाना में लिखित शिकायत की है। लड़की पक्ष का आरोप है कि शादी से पहले वर पक्ष ने 9.50 लाख नकद और सोने के गहने आदि दहेज में ली थी। लेकिन शादी के दिन उन्होंने अचानक शादी से इनकार कर दिया और मौके से निकल गए। लड़की के पिता दशरथ प्रजापति द्वारा सुखदेव नगर थाना (रांची) में दी गई लिखित शिकायत में दूल्हा सुनील कुमार प्रजापति के साथ-साथ उसकी मां कावेरी देवी, बहन कविता देवी, बबिता देवी, बहनोई सनोज और शुभम, लड़के के बड़े भाई अनिल प्रजापति व अन्य को इस धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि शादी की पूरी तैयारी पहले ही की जा चुकी थी, और शादी वाले दिन उन्होंने गाली-गलौज किया और विवाह स्थल से फरार हो गये। शिकायत में आरोप है कि यह एक पूर्व नियोजित धोखाधड़ी थी, जिसमें लड़की वालों को दहेज के नाम पर फँसाया गया। अब परिवार ने न्याय की मांग करते हुए पुलिस से दहेज उत्पीड़न, धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र जैसी धाराओं में कार्रवाई की मांग की है।