द फॉलोअप डेस्कः
रांची के बरियातू हाउसिंग कालोनी के एक फ्लैट में जाली सर्टिफिकेट बनाया जा रहा था। इंदौर पुलिस की निशानदेही पर दो लोगों को बरियातू थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों युवक बिहार के पूर्णिया जिला के रूपौली का रहनेवाला है। एक का नाम कुमार आर्यन उर्फ मुकेश कुमार और दूसरे का नाम अमित कुमार उर्फ आनंद सिंह है। ये दोनों साथ मिलकर 10वीं बोर्ड से लेकर मेडिकल, इंजीनियरिंग और दिल्ली सहित तमाम फर्जी सर्टिफिकेट छापते थे और हजारों रुपये में बेचते था।
200 से ज्यादा मुहर था इनके पास
दरअसल मध्यप्रदेश के इंदौर के रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत पर इंदौर पुलिस ने शनिवार रांची के बरियातू में छापेमारी कर दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया। बरियातू थाना प्रभारी ने बताया कि इंदौर की विजयनगर थाने की पुलिस की रांची पहुंची। इसके बाद साथ मिलकर फ्लोरा रिजेंसी अन्नपूर्णा एन्क्लेव के 4-डी में छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास 200 से ज्यादा जाली मुहर के साथ देश की कई युनिवर्सिटी व स्कूलों की खाली और भरी फर्जी मार्कशीट के साथ आठ मोबाइल फोन, तीन लैपटाप और प्रिंटर जब्त किए गए हैं।
ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
आरोपित मुकेश ने पुलिस को बताया है कि वह जस्ट डायल से शिक्षण संस्थान, कंसल्टेंट, कोचिंग सेंटर आदि का डेटा ले लेता था। इसके बाद उसके साथ काम करने वाली रिया मार्कशीट के लिए लोगों को कॉल करती थी। इनमें जो लोग फर्जी सर्टिफिकेट लेने में रुचि दिखाते थे, उनसे रेट तय कर जाली सर्टिफिकेट उपलब्ध करा दिया जाता था। मुकेश जवाहरलाल नेहरू युनिवर्सिटी (जेएनयू) दिल्ली से स्नातक है। वह यूपीएससी की परीक्षा भी दे चुका है। इसमें फेल होने के बाद से फर्जी मार्कशीट बनाने लगा। वह कई अशिक्षितों और मजदूरों को बड़ी युनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट देकर नौकरी दिलाने में भी मदद कर चुका है।