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Ranchi : 1932 के खतियान पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने साधी चुप्पी, ट्वीट में क्या लिखा! पढ़िए

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रांची: 

1932 के खतियान पर आधारित स्थानीयता को पारिभाषित करने के प्रस्ताव को झारखंड कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। ओबीसी आरक्षण भी 14 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता 1932 के खतियान को मंजूरी दिए जाने से नाखुश नजर आ रहे हैं। प्रोजेक्ट बिल्डिंग के बाहर उनकी गतिविधि और उनके ऑफिशियल ट्विटर को देखकर ऐसा लगता है कि वे 1932 के खतियान को मंजूरी दिए जाने से सहमत नहीं हैं।

 

1932 पर स्वास्थ्य मंत्री ने साधी चुप्पी
दरअसल, कैबिनेट की बैठक से पहले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने द फॉलोअप से बातचीत की थी। बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा था कि भोजपुरी, मगही, अंगिका और हिंदी के बिना काम नहीं चलेगा। 1932 के खतियान पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस पर मेरा रियेक्शन जो भी हो पता चलेगा। चिंता की बात नहीं है। जाहिर है कि उन्होंने 1932 के खतियान पर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। अब अपने ट्वीट में भी बन्ना गुप्ता ने ओबीसी आरक्षण का जिक्र किया लेकिन 1932 पर कुछ नहीं कहा। जब से उनसे पूछा गया कि क्या 1932 लागू होने पर बन्ना गुप्ता इस्तीफा देंगे तो उन्होंने इस सवाल को टाल दिया। 

 

ट्वीट में भी 1932 का जिक्र नहीं किया
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 1932 के खतियान को लागू करने के प्रस्ताव को सहमति मिलने पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण की मांग को सहमति मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि  27% ओबीसी आरक्षण को लेकर मैंने सड़क से कैबिनेट तक आवाज उठाया था, आज कैबिनेट में ओबीसी को 27% आरक्षण को स्वीकृति मिल गई हैं, मैंने एक पिछड़ा वर्ग का बेटा होने का फर्ज आज निभाया, सभी ओबीसी भाइयों और बहनों को बधाई और शुभकामनायें।।