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आपके पैसों को डकारती गई पूर्ववर्ती सरकार, इस कारण गरीब होता गया गांव; चतरा में बोले सीएम हेमंत

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द फॉलोअप डेस्कः
आज सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को चतरा में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कई बड़ी बातें कहीं। उन्होंने सरकार आपके द्वार योजना के बारे में बताते हुए कहा कि हमलोग इस कार्यक्रम को 2021 से चला रहे हैं। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम सिर्फ सिमरिया में ही नहीं बल्कि इसके अलावा पूरे राज्य में शिविर लगा है। 23 नवंबर से ये कार्यक्रम शुरू हुआ है जो 29 दिसंबर तक चलेगा। ये हमने 2021, 2022 में भी आयोजित किया है। 2023 में भी कर रहे हैं। इस बार के शिविर में रिकॉर्ड टूट गया। बड़ी संख्या में लोगों का आवेदन आ रहा है। ये सरकार आपको मालूम है जब हम चुनाव प्रचार में थे उस समय हमने कहा था कि ये सरकार दिल्ली से नहीं चलेगा। रांची के एयरकंडीशनर कमरों से नहीं चलेगा। ये सरकार गांव से चलेगा। इसलिए हम गांव-गांव घूमकर आपके समस्याओं का निदान कर रहे हैं। डेढ़ साल तक हम कोरोना से जूझते रहे। जैसे ही इस कोरोना का बादल छंटा तो सरकार ने आपका दरवाजा खटखटाकर आपके पंचायत में बैठकर आपकी समस्याओं जिस कागज को लेकर आप भटकते थे वो कागज लेने पहुंचे। जहां सड़क नहीं था, रोड नहीं था पुलिया नहीं था वहां भी अफसर जाते थे। 


आवेदन के जरिए लोगों की पीड़ा देख रहा हूं 
इस राज्य को बने 20 साल हो गये। नया राज्य था तो सरप्लस बजट आता था। अब घाटे का बजट आता है। राज्य का इनलोगों ने इतना शोषण किया कि आज ये सबसे पिछड़ा हो गया। गरीबी बहुत है। बेरोजगारी है। तरह-तरह की समस्याएं है। ये हमें आज तक समझ नहीं आया कि जब ये राज्य बना तो विपक्ष को सरकार बनाने का जिम्मा मिला। सरप्लस बजट था फिर अचानक क्या हो गया कि घाटे का बजट आता है। कहां गया पैसा, आवेदन से पता चला कि आपको देने वाले पैसों को ये लोग डकार गया। और गांव गरीब होता चला गया। लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर भात-भात कर रहा था। इन लोगों ने 11 लाख राशन कार्ड डिलिट कर दिया था। पेट पालने के लिए यहां से बड़े पैमाने में लोग पलायन करते हैं मजूदरी करते है। बड़ा विचित्र स्थिति है। आपके आवेदन से हमें दर्द और पीड़ा देखने का मौका मिला। सूची बनाना हमने शुरू किया। तो एक-एक समस्या का समाधान होने लगा। आवेदन से ही हमें यह समझ आया कि हमें सबसे पहले सर्वजन पेंशन लागू करना होगा। आज उस फैसले से 60 साल का बुजुर्ग को महिला हो या पुरुष सबको पेंशन मिलता है। और तो और जो विधवा महिला थी, चाहे वह किसी भी उम्र में विधवा हो उसके लिए विधवा योजना लागू किया गया। 


बच्चियां बोझ नहीं बनेगी माता-पिता पर 
सरकार बनने के बाद अनेकों तरह की योजनाएं हम लाए हैं। गांव के लोगों के पास पैसे की कमी है हम जानते हैं। इसलिए आपको अपना रोजगार शुरू करने के लिए सरकार पैसा देगी। गरीबी एक अभिशाप है। सबसे अधिक गरीबी की मार महिलाएं झेलती है। उसपर भी लड़कियों को ज्यादा झेलना होता है। बच्चियों के लिए माता पिता मजदूर जैसा दूल्हा खोजने लगता है। हम तीन, चार पांच बेटियों को भी सावित्री बाई फूले किशोरी योजना से जोड़ेंगे। दसवीं, 11वीं के छात्र-छात्राओं को हम गुरु जी क्रेडिट कार्ड देंगे जिससे आप आगे कि पढ़ाई कर पाएंगे। राज्य सरकार 15 लाख तक का सहायता राशि देगी। सरकार आपकी गारंटर बनेगी। मरांग गोमके पारदेशीय योजना भी हम चला रहे हैं। आप विदेशों में भी पढ़ाई कर पाएंगे। करोड़ो रुपये आपको वापस नहीं करना होगा। 50 बच्चे हमारे विदेश में पढ़ रहे हैं।