द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग के बड़कागांव में कट-ऑफ डेट को लेकर एक बार फिर विस्थापितों का गुस्सा भड़क गया है। हजारीबाग के बड़कागांव प्रखंड के बड़का गांव से लेकर NTPC की परियोजना तक प्रभावित क्षेत्र के लोग 10 जून 2025 से अनिश्चितकालीन महाधरना पर बैठे हैं।
इस महाधरना में क्षेत्र के छात्र-छात्राओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों से शामिल होकर आंदोलन को समर्थन देने की अपील की गई है। युवा विस्थापित डेट संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित इस आंदोलन का मकसद कट-ऑफ डेट तय कर विस्थापितों के हक की लड़ाई को निर्णायक दिशा देना है।
कट-ऑफ डेट वह तिथि होती है, जिसे आधार बनाकर किसी गांव को विस्थापित मानते हुए रोजगार और मुआवजा समेत अन्य सुविधाएं दीजाती हैं। विस्थापितों की मांग है कि जिस दिन से किसी गांव को पूर्ण रूप से विस्थापित किया गया, उस तिथि को ही कट-ऑफ डेट माना जाए।
विस्थापितों की प्रमुख मांगे हैं कि परियोजना द्वारा जिस तिथि से गांव को विस्थापित किया गया, उसी तिथि को कट-ऑफ डेट माना जाए। विस्थापन के बाद जिन परिवारों के बच्चे उस तिथि को 18 वर्ष के नहीं हुए थे, उन्हें अब युवा मानकर उन्हें भी अलग परिवार माना जाए। विस्थापित परिवारों को मिलने वाली क्षतिपूर्ति राशि वर्तमान दर पर ही निर्धारित की जाए। कट-ऑफ डेट के बाद शिक्षा, रोजगार और प्रशिक्षण के अवसरों में भी प्रभावित गांव के युवाओं को शामिल किया जाए। परियोजना प्रभावित युवाओं को रोजगार दिया जाए।