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रांची में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का खुलासा, विदेशी इंटेलीजेंस के नाम पर होती थी ठगी

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द फॉलोअप डेस्कः 
रांची में अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर के नाम पर चल रही ठगी के नेटवर्क पर बड़ा खुलासा हुआ है। सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने इस गिरोह का खुलासा किया है। डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि सीआईडी यह शिकायत मिली थी कि रांची के किशोरगंज चौक स्थित बीएम हाइट के एक कार्यालय से विदेशी नागरिकों को फोन कर इंटेलिजेंस एजेंसी के नाम पर धमका कर पैसों की ठगी की जा रही है। जिसके बाद सीआईडी की टीम ने सोमवार की देर रात बीएम हाइट में चल रहे कॉल सेंटर में छापेमारी की। 

आज युवक-युवतियों से होगी पूछताछ

सीआईडी साइबर क्राइम ब्रांच की टीम सोमवार पूरी रात तक छापेमारी करती रही। सीआईडी और आई4सी के साइबर एक्सपर्ट कॉल सेंटर में मौजूद 40 से ज्यादा कंप्यूटर को जब्त कर उसकी जांच कर रहे हैं। इस मामले में अभी और खुलासा होना बाकी है। जब्त किए गए सिस्टम की जांच की जा रही है। कॉल सेंटर के नाम पर चल रहे इस फर्जीवाड़ा को अंजाम देने के लिए संचालकों ने 30 आईटी एक्सपर्ट रखा था। कॉल सेंटर में दो शिफ्टों में काम चलता था। कॉल सेंटर में काम करने वाले सभी युवक युवतियों से सीआईडी की टीम आज पूछताछ करेगी। 

कैसे होती थी ठगी 
सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि एक एकरामुल अंसारी और रविकांत नाम के दो व्यक्तियों के द्वारा रिकी कंसलटेंसी सर्विसेज, जीजी इन्फोटेक और आरोग्य ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। इससे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को इंटरनेट कॉलिंग सॉफ्टवेयर से कॉल किया जाता। जिसमें उन्हें बताया जाता कि वह इंटेलिजेंस एजेंसी से बोल रहे हैं। यह गिरोह विदेश के लोगों को ईमेल रिमोट डेस्कटॉप एप्लीकेशन का प्रयोग कर ठगी कर रहे थे।