द फॉलोअप डेस्क
रांची: झारखंड आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गुरूवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी कर आतंकी संगठन 'अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट' (एक्यूआईएस) से कथित तौर पर जुडे़ सात व्यक्तियों को हिरासत में लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि एक्यूआईएस के कई स्लीपर सेल एजेंट के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद रांची, हजारीबाग और लोहरदगा में 14 स्थानों पर सुबह-सुबह छापेमारी की गई।
अलकायदा के विस्तार पर कर रहे थे काम
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों के पास से कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं। इन दस्तावेजों और उपकरणों की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये लोग अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट का विस्तार कर इससे युवाओं को जोड़ने, उन्हें कट्टरपंथी बनाने, भारत में शरिया कानून स्थापित करने और बांग्लादेश के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसे विषयों पर काम कर रह थे। एक्यूआईएस अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, बर्मा और बांग्लादेश में सक्रिय है। यह पहली बार नहीं है, जब झारखंड में आतंकी संगठनों से जुड़े लोग पकड़े गए हैं।
बीते साल आईएसआईएस के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते साल अक्टूबर में आईएसआईएस के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से दो शाहनवाज आलम और रिजवान अशरफ झारखंड के रहने वाले हैं। इनमें से एक शाहनवाज आलम एनआईए का मोस्ट वांटेड था और उस पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित था। वह हजारीबाग शहर के पगमिल-पेलावल का रहने वाला है। एनआईए और एटीएस की जांच में पहले भी यह बात सामने आई है कि झारखंड के रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, रामगढ़, लोहरदगा, पाकुड़, गढ़वा और गिरिडीह जिले में आतंकियों के स्लीपर सेल सक्रिय हैं। बता दें कि, झारखंड एटीएस ने आधिकारिक तौर पर इन गिरफ्तारियों के बारे में खुलासा नहीं किया है।