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रांची में जुटे JMM के 10,000 कार्यकर्ता, बोले- हमें भी नहीं पता; सीएम कहां हैं

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास में ईडी के अधिकारी पहुंचे लेकिन हेमंत सोरेन से संपर्क नहीं हो सका। अधिकारियों का कहना है कि हमारा संपर्क अभी तक हेमंत सोरेन से नहीं हो पाया है। अधिकारी, दिल्ली स्थित झारखंड भवन भी पहुंचे। दिल्ली पुलिस के पदाधिकारी और जवान भी वहां मौजूद हैं। इस बीच लगातार संशय बना हुआ है कि आखिरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहां हैं? रांची में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं में भी बेचैनी बढ़नी लगी है। रांची के कांके स्थित सीएम आवास में सत्ताधारी नेताओं का जुटान शुरू हो गया है। रांची के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। 

रांची में जुटने लगे झामुमो कार्यकर्ता
इस बीच राजधानी रांची में झारखंड के अलग-अलग जिलों से झामुमो कार्यकर्ताओं का जुटान शुरू हो गया है। कार्यकर्ता सीधे मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हेमंत सोरेन को आदिवासी मुख्यमंत्री होने की वजह से परेशान किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनको भी नहीं पता कि मुख्यमंत्री कहां हैं? बता दें कि मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से रांची स्थित ईडी के जोनल ऑफिस में चिट्ठी भेजी गई है। कहा है कि मुख्यमंत्री 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे पूछताछ के लिए उपलब्ध रहेंगे। हालांकि, इस बीच मुख्यमंत्री से संपर्क नहीं होने की खबरों से झारखंड में अफरा-तफरी का माहौल है। 

बीजेपी नेताओं ने प्रकरण पर दी प्रतिक्रिया
बीजेपी के नेताओं ने इस प्रकरण पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री को कानून का सम्मान करना चाहिए। वह खुद को कानून से ऊपर समझते हैं। कई बार बुलाने के बाद भी उन्होंने केंद्रीय एजेंसी का सहयोग नहीं किया। वहीं, रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि ईडी स्वतंत्र एजेंसी है और अपना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ईडी के सवालों का जवाब देकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वहीं निशिकांत दुबे ने राज्यपाल से उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने की अपील की।