रांची
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र सरकार द्वारा किए गए वक्फ संशोधन अधिनियम का खुला विरोध किया है और राज्य में इसे लागू न होने देने का ऐलान किया है। पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने रविवार को प्रेस से बात करते हुए कहा कि झामुमो इस मुद्दे पर राज्य विधानसभा में प्रस्ताव लाएगा।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने दो टूक कहा—
"... पार्टी के सम्मेलन में हर जगह हो रहे संवैधानिक संकट समेत हमारे मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी... वक्फ संशोधन अधिनियम संविधान के उन अनुच्छेदों के खिलाफ है, जो धार्मिक प्रथाओं और कानूनों की अनुमति देते हैं। दूसरी बात, वक्फ की जमीन राज्य का विषय है। हर राज्य सरकार इसमें हिस्सेदार है। अगर आप हमसे बात किए बिना हमारे लिए संशोधन लाएंगे, तो मैं आपकी बात क्यों सुनूंगा? अगर कोई भूमि विवाद है, तो इससे कानून-व्यवस्था बाधित होती है, जो फिर से राज्य का विषय है... वे केवल एक समुदाय को निशाना बनाने के लिए यह संशोधन लाए हैं... हम झारखंड में अपने राज्य के नियमों को लागू करेंगे और किसी भी केंद्रीय संशोधन को यहां लागू नहीं होने देंगे..."
इस बयान से स्पष्ट है कि झामुमो केंद्र के इस कानून को धार्मिक और संघीय अधिकारों के उल्लंघन के रूप में देख रहा है। पार्टी इसे एक समुदाय विशेष के खिलाफ उठाया गया कदम मानती है और इसे राज्य के अधिकार क्षेत्र में सीधा हस्तक्षेप बता रही है। झारखंड विधानसभा में यदि प्रस्ताव आता है, तो यह राज्य और केंद्र के बीच इस कानून को लेकर एक नया राजनीतिक मोर्चा खोल सकता है।