रांची
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आज मारू टावर स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस वार्ता कर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सरना धर्म कोड को अव्यावहारिक बताने के लिए आदिवासियों से माफी मांगनी चाहिए। शाहदेव ने खड़गे से झारखंड यात्रा के दौरान सार्वजनिक रूप से विभिन्न मुद्दों पर गलतबायनी करने के लिए माफी मांगने की मांग की। कहा कि कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राम मंदिर का शुद्धिकरण करने की बात को कहकर कांग्रेस के आदिवासी और ओबीसी विरोधी रवैया को दिखा दिया है। एक आदिवासी बेटी राष्ट्रपति पद पर और एक पिछड़ा समाज से प्रधानमंत्री इनको पच नहीं रहा है। राम मंदिर के शुद्धिकरण की बात कर रहे हैं और वह भी तब जब हाल ही के दिनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वहां की यात्रा की थी।
कांग्रेस पर लगाये ये आरोप
प्रतुल ने सरना धर्म कोड पर कांग्रेस को घेरते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि तत्कालीन सांसद सुदर्शन भगत ने 22 अगस्त, 2013 को तत्कालीन प्रधानमंत्री और आदिवासी कल्याण मंत्री से पत्र लिखकर सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग की थी। तत्कालीन आदिवासी कल्याण मंत्री वी किशोर चंद्रदेव ने 11 फरवरी, 2014 को जवाब देते हुए कहा था कि सरना धर्म कोड लागू करना प्रैक्टिकल नहीं है। अलग सरना कोड देने से ऐसे सैकड़ों ऐसी अन्य मांग दूसरे धर्म में भी हो सकती है। प्रतुल ने कहा आज कांग्रेस सरना धर्म कोड लागू करने की मांग करने का नाटक कर रही है। जबकि इनकी ही सरकार ने इसे नकारा था।
आलमगीर आलम से इस्तीफा लें
प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के सहायक के घर से 35 करोड रुपए की रिकवरी ईडी ने की है। अभी भी इनपुट के आधार पर लगातार छापेमारी हो रही है और करोड़ों रुपए बरामद हो रहे हैं। अब तो ईडी ने आलमगीर आलम को 14 मई को बुलावा भी भेजा है। प्रथम दृष्टया सारे तार आलमगीर आलम से ही जुड़े दिखते हैं। तो क्या शुचिता की राजनीति का नाटक करने वाले कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस मुद्दे पर अपनी खामोशी तोड़ेंगे। क्या जांच पूरी होने तक आलमगीर आलम से इस्तीफा लेंगे। प्रतुल ने कहा कि पूरी की पूरी गठबंधन सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है और पूर्व मुख्यमंत्री भी जेल की हवा खा रहे हैं। आज की प्रेस वार्ता में अशोक बड़ाइक और तारिक इमरान भी उपस्थित थे।
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