द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जमीन घोटाला केस में ईडी ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी ने हेमंत सोरेन के खिलाफ 5,500 पन्नों में चार्जशीट दायर किया है। दायर चार्जशीट में जमीन की हेराफेरी की पूरी जानकारी दी गई है। चार्जशीट में जिन्हें आरोपी बनाया गया है, उनमें हेमंत सोरेन के अलावा उनके करीबी आर्किटेक्ट बिनोद सिंह, बड़गाई अंचल के तत्कालीन राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, हिलेरियस कच्छप और राजकुमार पाहन शामिल हैं। ईडी ने सभी आरोपियों पर लगे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप को सही पाया है। साथ ही एजेंसी ने जमीन को भी जब्त कर लिया है। दाखिल चार्जशीट पर पीएमएलए कोर्ट चार अप्रैल को संज्ञान ले सकती है। इसके बाद मामले में आगे की न्यायिक प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
31 जनवरी को हुई थी हेमंत की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि ईडी ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को देर रात गिरफ्तार किया था। एक फरवरी को जेल भेज गया था। तब से वह जेल में हैं। गिरफ्तारी के 60वें दिन मामले में चार्जशीट दाखिल की गई। चार्जशीट में ईडी द्वारा बताया गया है कि राजकुमार पाहन से 16 अगस्त 2023 को जमीन की जमाबंदी रद्द कराने को लेकर आवेदन दिलवाया गया। 29 जनवरी को हेमंत की गिरफ्तारी के ठीक पहले जमाबंदी रद्द कर राजकुमार पाहन के नाम पर रिस्टोर कर दिया गया। इसके बाद 14 फरवरी 2024 को बड़गाईं जमीन मामले में छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज पाए गए थे। एजेंसी ने पाया है कि जमीन घोटाले की जांच के दौरान साक्ष्यों को नष्ट करने की कोशिश भी की गई। इसी के तहत जमाबंदी रद्द कर नए सिरे से पाहन परिवार के नाम पर दाखिल खारिज कराया गया।यही वजह है कि एजेंसी ने राजकुमार पाहन को भी आरोपी बनाया।
बिनोद के मोबाइल से मिला था बैंक्वेट हॉल का नक्शा
ईडी ने बिनोद सिंह से भी पूछताछ की थी। इस दौरान बिनोद और हेमंत के बीच वॉट्सएप चैट मिले थे। बिनोद के मोबाइल से उस जमीन पर बनने वाले बैंक्वेट हॉल का नक्शा भी मिला था। ईडी ने कोर्ट को बताया था कि बिनोद ने 6 अप्रैल 2021 को यह नक्शा बनाया था, जिसे उसने हेमंत को वॉट्सएप पर भेजा था।
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