द फॉलोअप डेस्कः
कोडरमा के सेक्रेड हार्ट स्कूल झुमरी तिलैया से 2012 में पास आउट छात्रा अलंकृता साक्षी का चयन देश की सबसे बड़ी कंपनी गूगल में में हुआ है। फिलहाल अलंकृता विदेश में है। अलंकृता को 60 लाख सालाना पैकेज पर गूगल ने जॉब पर किया है। वह मूलतः बिहार के भागलपुर की रहने वाली है और झुमरी तिलैया में अपने नाना-नानी के साथ रहकर सेक्रेड हार्ट स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। मिली जानकारी के अनुसार अलंकृता साक्षी ने सेक्रेड हार्ट स्कूल से मैट्रिक, जवाहर नवोदय विद्यालय से इंटर और हजारीबाग से बीटेक की परीक्षा पास की थी।
बिहार के भागलपुर की रहने वाली अलंकृता साक्षी को गूगल ने 60 लाख का पैकेज दिया है। अलंकृता साक्षी भागलपुर जिले के सिमरा गांव की रहने वाली हैं। हालांकि उनके पिता शंकर मिश्र सालों से झारखंड के कोडरमा में नौकरी करते थे इसलिए वह अपने परिवार के साथ कोडरमा में ही रहती थीं। उनकी माता भी कोडरमा के एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। अलंकृता ने अपनी स्कूलिंग कोडरमा से की और इसके बाद +2 के लिए उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन मिला। इसके बाद उन्होंने हजारीबाग से बीटेक किया और अपने कोर्स के दौरान ही उनका कैंपस प्लेसमेंट हो गया था।
गूगल में नौकरी करना था सपना
अलंकृता ने जब अपनी बीटेक किया तब ही उन्हें एक मल्टीनेशनल कंपनी से जॉब का ऑफर मिल गया था लेकिन उनका सपना था कि वह गूगल में नौकरी करे, वो लगातार कोशिश करती रहीं और उन्होंने गूगल में नौकरी के लिए आवेदन किया, जिसके बाद उनका सिलेक्शन हो गया। गूगल के तरफ से उन्हें 60 लाख रुपया का पैकेज मिला है। उनके इस नौकरी से उनके गांव से लेकर पूरे जिले में खुशी का माहौल है, और भागलपुर सहित पूरे बिहार और झारखंड को उनपर काफी गर्व है। सेक्रेड हार्ट स्कूल के निदेशक प्रमोद कुमार ने बताया की अलंकृता शुरू से ही कुशाग्र बुद्धि की थी। वह पढ़ाई के साथ-साथ विद्यालय के सभी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी। उसकी यह सफलता विद्यालय के लिए गौरव की बात है।