द फॉलोअप डेस्क
लोहरदगा नगर परिषद के अंतर्गत कार्यरत सफाईकर्मी पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण गहरे आक्रोश में हैं। अपने आर्थिक संकट और परिवारिक परेशानियों से तंग आकर उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। सफाईकर्मियों की यह हड़ताल शहर की सफाई व्यवस्था को पूरी तरह से चरमरा देने वाली साबित हो रही है।
प्रतिदिन औसतन 27 टन कचरा उठाने का कार्य करने वाले ये सफाईकर्मी अब काम पर नहीं हैं, जिससे पूरे शहरी क्षेत्र में कचरा उठाव का कार्य ठप हो गया है। इससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और शहर में गंदगी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
सफाईकर्मियों ने झारखंड राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ और एक्टू मजदूर संघ के बैनर तले नगर परिषद कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और आक्रोश मार्च निकालकर शीघ्र वेतन भुगतान की मांग की। उनका आरोप है कि नगर परिषद ने सफाई व्यवस्था के लिए एक प्राइवेट एजेंसी को टेंडर देकर काम सौंपा है और मार्च माह तक भुगतान भी कर दिया गया है, लेकिन एजेंसी ने अब तक सफाईकर्मियों को वेतन नहीं दिया है।
सफाईकर्मियों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है, बार-बार कंपनी उनके साथ इसी प्रकार का व्यवहार करती है। समय पर वेतन नहीं मिलने से उनके घरों में राशन की दिक्कत हो रही है और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
वहीं, नगर परिषद का कहना है कि एजेंसी को मार्च भुगतान कर दिया गया है, और अब सफाईकर्मियों को वेतन क्यों नहीं मिला, इसके लिए एजेंसी को पत्राचार कर जवाब तलब किया जाएगा। साथ ही, एजेंसी से इस संबंध में वार्ता की जाएगी ताकि स्थिति का समाधान निकाला जा सके।
सफाईकर्मियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनके तीन महीने का बकाया वेतन नहीं मिलता, तब तक वे हड़ताल पर ही रहेंगे।