द फॉलोअप डेस्क
रांची लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने कहा कि बीते 10 सालों से देश में बीजेपी की सरकार है। बीजेपी ने सरकार में आने से पहले देश से जो वादे किए थे वह अबतक पूरी नहीं हो पाई है। मोदी सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे। कहा था कि अच्छे दिन आएंगे। हमें भी उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, मोदी जी ने मार्केटिंग अच्छी की थी, बातें बहुत बड़ी-बड़ी की गई थी। लेकिन प्रोडक्ट वैसा नहीं दे पाए।
जनता मोदी सरकार से त्रस्त है
मोदी सरकार ने कहा था कि महिलाओं के हित में काम किए जाएंगे, सुरक्षा दी जाएगी। लेकिन आज महिलाओं के पास सुरक्षा नहीं है। युवाओं के पास नौकरी नहीं है। लेकिन, अब लोगों को दिख रहा है क्या सच है। जनता त्रस्त है। शिक्षित युवा के पास नौकरी नहीं है। महिलाओं को घर चलाने में दिक्कत हो रही है। कम से कम पैसा घऱ आ रहा है। महंगाई आसमान छू रही है।
मैं केंद्र और राज्य सरकार के बीच एक ब्रिज बनूंगी
रांची की बात करें तो झारखंड राज्य बने हुए 24 साल हो गए हैं। 18 साल तक यहां बीजेपी का शासन था। इन सालों में रांची को जो रोडमैप बनने की जरूरत थी वह नहीं हुई। जिस तरीके साथ झारखंड के विकास में काम होने की जरूरत थी वह नहीं हुआ। पहली सरकार को रोडमैप बनाना था लेकिन उन्होंने नहीं बनाया। विकास तो हो रहा है लेकिन हम अपनी संस्कृति,कल्चर को कैसे बचा सकते हैं इनपर बातें नहीं हो रही है। झारखंड इंडस्ट्री का हब माना जाता है लेकिन आप देख सकते हैं कि एचईसी के साथ क्या हुआ। अगर मैं सांसद बनती हूं तो मैं पार्टी के बड़े नेताओं के साथ मिलकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय स्थापित करूंगी। एक ब्रिज बनूंगी। तभी जाकर रांची का विकास हो पाएगा।
बेटी- बहन के तौर पर आई हूं
यशस्विनी सहाय ने कहा कि मैं अधिवक्ता के तौर पर काम करते आई हूं लेकिन आज मैं एक बेटी-बहन के तरह आपके सामने आई है। मेरे पिता सुबोधकांत सहाय का आप सबसे जो रिश्ता है वह एक पारिवारिक रिश्ता है। यह रिश्ता उनके दिल के बहुत करीब है। आपका प्यार और समर्थन मैं भी उसी तरह लेने आई हूं। आज हम लोगों के मुद्दों को बारे में बात करेंगे। बोरोजगारी चरम सीमा पार कर चुका है। युवा नौकरी के लिए परेशान, महिलाओं के मुद्दे पर, रांची के प्रगति के बारे में बात करेंगे।