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धनबाद को साफ हवा देने में नगर निगम की कोशिशें ला रही रंग, टॉप 12 शहरों में मिली जगह

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द फॉलोअप डेस्कः
धनबाद वायु प्रदूषण नियंत्रण के मामले में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। ऐसा धनबाद नगर निगम के अथक प्रयासों और संसाधनों के बेहतरीन उपयोग के चलते हो पा रहा है। इन्हीं कोशिशों का नतीजा है कि आपके शहर को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम यानी एनसीएपी के तहत बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले टॉप 12 शहरों में जगह मिली है। वायु प्रदूषण नियंत्रण में अच्छे काम को देखते हुए भारत सरकार ने भी धनबाद नगर निगम को 76 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी है। इसके अलावा स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में देश के 131 शहरों में से धनबाद ने 19वीं रैंक हासिल की है। ये वे 131 शहर हैं जिनकी वायु गुणवत्ता 2011 से 2015 तक राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता से अधिक थी, लेकिन धनबाद नगर निगम के बीते दो साल में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किए गए सुधारों के नतीजे अब मिलने लगे हैं। 2022-23 में धनबाद में औसत पीएम-10 200 µg/m³ के आसपास रहा। ये आंकड़ा 2017-18 में 300 µg/m³ से ज्यादा था। इस मुकाम को हासिल करने में धनबाद की जनता ने भी काफी सहयोग किया है।

 
बता दें कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 2019 से देशभर में शहर और क्षेत्रीय पैमाने पर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की रणनीति के रूप में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) को लागू कर रहा है। एनसीएपी लक्षित 131 शहरों की राष्ट्रीय स्तर की कार्य योजना, राज्य स्तरीय कार्य योजनाओं और शहर स्तरीय कार्य योजनाओं की तैयारी और कार्यान्वयन पर केंद्रित है। इन योजनाओं के समन्वित कार्यान्वयन से लक्षित 131 शहरों के साथ-साथ पूरे देश में वायु गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, नगर निगम ने वायु प्रदूषण पर नागरिक भागीदारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए सहभागिता योजना शुरू की है। मैं आपको नगर निगम की छह पहलों के बारे में संक्षेप में बता रहा हूं जो अग्रणी है और अपनी तरह की अनूठी है


पहली- 2015 तक धनबाद में पीएम 10 मापने के लिए सिर्फ एक ही स्टेशन था. इसे सतत वायु गुणवत्ता मॉनिटर (सीएएक्यूएमएस) कहते हैं शहर ने अब अपने सीएएक्यूएमएस की संख्या बढ़ाकर 10 कर दी है. मॉनिटर्स के मामले में अब धनबाद ना सिर्फ झारखंड बल्कि पूर्वी भारत के बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के उन 51 शहरों में अग्रणी है, जहां केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा वायु गुणवत्ता निगरानी होती है। 


दूसरी- निगम ने साप्ताहिक वायु गुणवत्ता बुलेटिन को नियमित कर इसके प्रचार-प्रसार पर जोर दिया है. बुलेटिन में पिछले सात दिनों में शहर में दर्ज की गई वायु गुणवत्ता के आंकड़े होते हैं. बुलेटिन के माध्यम से नागरिकों को वायु प्रदूषण के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ वायु प्रदूषण संबंधी चिंताओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है. इसे कई माध्यमों से प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. इनमें निगम की वेबसाइट, सोशल मीडिया हैंडल्स, डिस्प्ले बोर्ड और समाचार पत्र शामिल हैं. बुलेटिन में आंकड़ों के साथ-साथ स्वास्थ्य सलाह भी दी जाती है।

तीसरी-  धनबाद नगर निगम ने स्वैच्छिक नागरिक भागीदारी कार्यक्रम "वायु मित्र" शुरू किया है. इसका उद्देश्य वायु प्रदूषण के प्रति जनता को जागरूक करना और सशक्त बनाना है. यह कार्यक्रम वायु प्रदूषण की चुनौतियों से निपटने के लिए कलेक्टिवनेस पर जोर देता है. साथ ही एनसीएपी के तहत धनबाद में स्वच्छ वायु पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए मंच प्रदान करता है. वायु मित्र कार्यक्रम में शहर के हजारों नागरिक जुड़े हुए हैं. निगम की वेबसाइट के माध्यम से आप इस पहल से जुड़ सकते हैं। 

चौथी- नगर निगम ने ऐसी सड़कों को कंक्रीट का बनाया है जहां बहुत धूल पैदा होती है। साथ ही ज्यादा धूल वाले इलाकों को ग्रीन एरिया में बदला जा रहा है। 

पांचवीं-  धनबाद नगर निगम ने पर्यावरण दिवस यानी 5 जून को सिर्फ एक दिवसीय कार्यक्रम नहीं बनाया है, बल्कि इसे समावेशी कार्यक्रम बनाया है। इसके तहत 22 अप्रैल से 5 जून 2023 तक "पर्यवारण उत्सव" मनाया गया था, जिसमें बहुत सारे जागरूकता कार्यक्रम किए गए और नगर निगम इसे हर साल जारी रखेगा. इसके तहत शहर के लोगों को पर्यावरण संरक्षण की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें अपनी जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस अभियान से अनूठे एवं इंटरेक्टिव ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न इलाकों के 30 हजार से ज्यादा नागरिक जुड़े हैं। 2023 में इस अभियान में धनबाद के 21 से अधिक स्कूलों के तीन हजार से अधिक स्टूडेंट्स जुड़े हैं. इसके अलावा 36 सिविल सोसाइटी संगठनों को भी जोड़ा गया. साथ ही धनबाद नगर निगम के 1500 सफाई कर्मचारियों को भी इस मुहिम से जोड़ा गया है।

छठी- किसी भी बात को लोगों तक पहुंचाने का सही माध्यम संचार सामग्री होती है. नगर निगम लगातार सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) विकसित कर रहा है। विभिन्न पब्लिक सर्विस अनाउंसमेंट के माध्यम से नागरिकों को वायु प्रदूषण के बारे में समझाया जा रहा है. धनबाद की स्वच्छ वायु कार्य योजना के तहत प्रदूषण कम करने वाली रणनीतियों के बारे में बताने के लिए एक फिल्म भी बनाई गई है। 

इन सब कामों के बाद भी चुनौतियां कम नहीं हैं। चूंकि धनबाद के वायु प्रदूषण में एक बड़ा फैक्टर खनन गतिविधियां हैं। इसीलिए खनन क्षेत्र के मौजूदा प्रदूषण को कम करने के समाधानों को समझने के लिए व्यापक स्टडी कराई जाएगी। साथ ही शहर में खनन के टिकाऊ तरीकों को बढ़ावा देने के तरीकों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा नगर निगम 2024-2026 के लिए ठोस योजनाओं पर काम कर रहा है. ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके। इसमें नागरिक भागीदारी, वैज्ञानिक अध्ययन, नवीन समाधानों और वायु गुणवत्ता प्रबंधन को और बेहतर बनाने के उपायों पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही प्रदूषण के बिखरे हुए स्रोतों की पहचान करने और इनसे होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए शहर स्तर पर प्रवर्तन दल (इंफोर्समेंट टीम) के गठन की योजना भी बनाई गई है। वहीं, ज्यादा प्रदूषण वाले इलाकों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए फंक्शनल इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनाने की भी योजना है।

लेखकः- रवि राज शर्मा, आयुक्त, नगर निगम, धनबाद

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