द फॉलोअप डेस्क
आदिवासी कल्याण विभाग ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे आदिवासी छात्र-छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विभाग ने ऐसे छात्रों को विशेष कोचिंग की सुविधा देने का फैसला किया है जो प्रतिभाशाली होने के बावजूद अच्छे कोचिंग संस्थानों से वंचित रहते हैं। इस पहल के तहत खूंटी जिले में 100 आदिवासी छात्रों को बिरसा कॉलेज में कोचिंग दी जाएगी।
इससे पहले, "संपूर्ण शिक्षा कवच" नामक पहल के तहत जिला प्रशासन कमजोर आय वाले छात्रों को नि:शुल्क नीट और जेईई की कोचिंग प्रदान कर रहा है, जिससे हर साल कई छात्र इन परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं। आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा शुरू की जा रही यह नई कोचिंग योजना भी इसी प्रकार गरीब और प्रतिभाशाली छात्रों को उच्च शिक्षा की ओर बढ़ने का अवसर प्रदान करेगी।
छात्रों का चयन आवेदन के माध्यम से होगा
कोचिंग के लिए छात्रों का चयन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। आईटीडीए परियोजना के निदेशक आलोक शिकारी कच्छप ने बताया कि राज्य सरकार सभी जिलों में आदिवासी छात्र-छात्राओं के लिए कोचिंग की सुविधा प्रदान करने जा रही है। एक अच्छी एजेंसी को हायर किया जाएगा, जिसके बाद 100 छात्र-छात्राओं का चयन कर कोचिंग शुरू की जाएगी। यह कदम निश्चित रूप से गरीब और प्रतिभाशाली छात्रों के लिए एक बड़ी सहायक पहल साबित होगा।