द फॉलोअप डेस्क, रांची
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल से प्रवासी मजदूर मंगनू का शव टीनगिना गांव पहुंच गया है। मंगनू के शव काफी मस्सकत के बाद एयरलिफ्ट की मदद से झारखंड लाया गया है। शव को झारखंड से हैदराबाद लाने में 6 दिनों का वक्त लग गया। जानकारी हो की मंगनु साय एक प्रवासी मजदूर था जो परिवार का भरण पोषण के लिए कर्नाटक में मछली पकड़ने का काम करता था। अचानक तबियत बिगड़ने पिछले राऊवार को उसकी मौत हो गई थी। मौत की खबर जब इनके गरीब माता पिता और पत्नी को मिली तो इन पर दुखों का पहाड़ टूट गया। मां बाप और मंगनु की पत्नी व्याकुल हो गए। उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि उनके शव को कर्नाटक से गांव लाकर उसकी एक झलक देख सकें।
जेएमएम जिलाध्यक्ष के पहल पर कर्नाटक से घर पहुंचा शव
शव को घर तक लाने में जेएमएम की जिला अध्यक्ष अनिल कांडुलना और सचिव सफीक खान ने इस मुद्दे पर उपायुक्त से मिलकर सारी वस्तुस्थिति से उन्हे अवगत कराया। जिला अध्यक्ष अनिल कांडुलना के प्रयास से कर्नाटक की एक कंपनी से संपर्क कर शव को घर तक लाने की पहल की गई। और अंततः मंगनू साय का शव शुक्रवार देर रात करीब 3 बजे घर पहुंच गया। बता दें कि मंगनू के परिजनों के पास शव को लाने के पैसे नहीं थे। इधर जानकारी मिलते ही श्रम विभाग द्वारा तत्काल सहायता के रूप में 50 हजार का चेक दिया तो उधर तीन मीडिया कर्मियों और 31 सामाजिक लोगों ने मानवता का परिचय देकर 12 हजार जमा किया और शव को वापस घर लाने में सहयोग किया।