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शीतकालीन सत्र : नौकरी के लिए लोग सड़क पर आ गए हैं, बोले नेता प्रतिपक्ष, भाजपा विधायकों का हंगामा जारी

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द फॉलोअप डेस्कः

शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक भानुप्रताप शाही ने नियोजन नीति का मुद्दा उठाया। इसके बाद भाजपा के सभी विधायक नौकरी के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि राज्य में नौकरी कहीं नहीं है। नौकरी के लिए लोग सड़क पर आ गए हैं। सैकड़ो दिन से लोग राजधानी में धरने पर बैठे हैं लेकिन उनको एड्रेस तक नहीं किया जा रहा है। 1971 के सिपाही 18 दिन से धरने पर बैठे हैं। पंचायत स्वयंसेवक धरने पर बैठे हुए हैं। कोई बात करने वाला तक नहीं है। बढ़ते हंगामा को देखते हुए सदन को साढ़े बारह बजे तक स्थगित कर दिया गया।

पंचायत स्वयं सेवकों को नियमित करने पर कर रहा विचार

नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि 1971 की लड़ाई में शामिल सैनिक जो धरने पर बैठे हैं उनकी जानकारी नहीं है। मैं पता करवाता हूँ। पंचायत स्वयंसेवक संघ से कई बार बात हुई है. समाधान निकालने की कोशिश हो रही है। 18 हजार बच्चे सभी झारखंड के हैं। नियमित करने पर विचार हो रहा है।

हंगामे के कारण सदन स्थगित

भाजपा विधायकों के हंगामे के कारण सदन साढ़े बारह बजे तक स्थगित कर दिया गया. स्पीकर बार बार आग्रह कर रहे थे कि प्रश्नकाल चलने दीजिये. उन्होंने कहा कि हंगामाकाल नहीं है. आप लोग अपनी जगह पर बैठिए. बावजूद इसके भाजपा के विधायक नौकरी के मुद्दे पर हंगामा करते रहे. जिसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया.