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शीतकालीन सत्र : प्रदीप यादव बोले- आसन पर आक्षेप विशेषाधिकार का मामला, बाबूलाल पर हो कार्रवाई, सदन स्थगित

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द फॉलोअप डेस्कः
शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। दरअसल कार्यवाही शुरू होते ही प्रदीप यादव ने व्यवस्था के तहत स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो को बताया कि बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को मीडिया के समक्ष जाकर आसन पर आक्षेप लगाया है। जो कि सदन का अवमानना है. यह विशेषाधिकार का मामला है। बाबूलाल मरांडी पर कार्रवाई हो. राज्यसभा धीरज साहू के  यहां से बरामद कैश को भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पैसा बता रहे थे। इससे स्पष्ट है कि यह कुछ भी बोलते हैं. प्रदीप यादव के इस मांग के बाद भाजपा विधायक हंगामा करने लगे। प्रदीप यादव माफी मांगें के नारे सदन में गूंजने लगा। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने सदन को साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

बाबूलाल से डर है तो हमेशा के लिए उन्हें निलंबित कर दें

प्रदीप यादव के इस मांग पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव विद्वान आदमी हैं। लेकिन उन्हें यह धयन रखना चाहिए कि बाबूलाल मरांडी इसी सदन के सदस्य हैं। जो बाबूलाल मरांडी पर आरोप लगा रहे हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए कि वो सदन में जेवीएम के अध्यक्ष हैं। वो राजधनवार के विधायक हैं। उन्हें चार साल से बोलने नहीं दिया जा रहा है. वो गरिमा की पीड़ा को व्यक्त किये हैं। कल की कार्यवाही का वीडियो देख लिया जाय। बाबूलाल ने हाथ उठाकर समय मांगा। लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया जाता रहा। अगर उनके बोलने से डर लगता है तो उन्हें हेमशा के लिए निलंबित कर दें. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदीप यादव माफी मांगें। 

सदन में जेवीएम का नेता मैं हूँ

नेता प्रतिपक्ष की बातों पर अपना पक्ष रखते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि बाबूलाल जेवीएम के विधायक हैं। लेकिन सदन में जेवीएम का नेता मैं हूँ। बाबूलाल ने मुझसे चार सालों में कभी समय नहीं मांगा. बीजेपी बाबूलाल को जबरन अपनी पार्टी का अध्यक्ष बनाये हुए हैं।