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हजारीबाग के LGN सेंट्रल जेल में छापेमारी, ढाई घंटे की कार्रवाई में ये चीजें हुई बरामद

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द फॉलोअप डेस्क  

धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद आज वरीय अधिकारियों के एक दल ने हजारीबाग के LGN सेंट्रल जेल में छापेमारी की। मिली खबर के मुताबिक सेंट्रल जेल के विभिन्न सेल की अधिकारियों के दल ने ढाई घंटे तक तलाशी ली। अधिकारियों के दल में जिले के उपायुक्त और सदर अनुमंडल के अधिकारी सहित लगभग 12 प्रशासनिक टीम शामिल हुए। बता दें कि धनबाद जेल में हिंसा के बाद हजारीबाग जेल में ये कार्रवाई की गयी है। छापेमारी में अधिकारियों को कई चीजें मिली हैं। हालांकि जेल से कुछ भी आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई है। 

सबसे सुरक्षित जेल माना जाता है

बता दें कि हजारीबाग के LGN सेंट्रल जेल को झारखंड का सबसे अधिक सुरक्षित जेल माना जाता है। यहां जघन्य अपराध में शामिल रहे नक्सली नेताओं, अपराधियों और नेताओं को रखा जाता है। इस लिहाज से इस जेल की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाता रहा है। आज की छापेमारी में उपायुक्त नैंसी सहाय और एसपी मनोज रतने चौथे ने मुख्य भूमिका निभाई है। इस दौरान दोनों अधकारियों ने माना कि उन्होंने जेल की सुरक्षा को चौकस करने के लिए कुछ आवश्यक निर्देश जेल अधिकारियों को दिये हैं। सेंट्रल जेल का ये औचक निरीक्षण लगभग ढाई घंटे तक चला। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के दल ने जेल के विभिन्न सेल्स के साथ जेल कैंपस के अस्पताल, कैंटीन और पार्किंग आदि निरीक्षण किया। इसमें 12 दंडाधिकारी अपने मातहतों के साथ जांच करते दिखे। 

जेल से ये चीजें हुई बरामद 
निरीक्षण के बाद उपायुक नैंसी सहाय ने कहा कि धनबाद जेल में हुई हत्या को देखते हुए राज्य के सभी जेलों को अलर्ट मोड में रहने का आदेश जारी किया गया है। आज की कार्रवाई इसी आदेश के तहत हुई है। जिससे जेलों में होने वाली हिंसा को रोका जा सके। हालांकि जानकारों का कहना है कि जेलों का निरीक्षण एक रूटिन प्रक्रिया भी है। हर एक दो महीने में जेलों का निरीक्षण किया जाता है। वहीं अधिकारियों ने बताया कि हजारीबाग सेंट्रल जेल में छापेमारी के बाद एक पेन ड्राइव, 10 मीटर की एक रस्सी, खैनी एक लोहे का छड़ औऱ एक चाकू जैसा चम्मच बरामद किया गया है।