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Ranchi : मोदी जी ने इतना कुछ किया है कि आज का दिन युवा 'राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस' के तौर पर मना रहे हैं: राजीव रंजन 

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रांचीः 
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का 72वां जन्मदिवस है, उन्हें हमारी हार्दिक शुभकामनाएं, ईश्वर उनको स्वस्थ और दीर्घायु बनाए उक्त बातें प्रतिक्रिया स्वरूप झारखण्ड प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद नें प्रेस वक्तव्य जारी कर कही। राजीव रंजन प्रसाद नें कहा कि भारत में महान प्रधानमंत्रियों के जन्मदिवस को प्रतीकात्मक रूप से मनाया जाता रहा है। बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू के जन्मदिन को 'बाल दिवस', इंदिरा जी के जन्मदिन को 'कौमी एकता दिवस' के रूप में, राजीव जी के जन्मदिन को, 'सद्भावना दिवस' और अटल जी के जन्मदिन को 'सुशासन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।


बेरोज़गारी दिवस के रूप में मना रहे युवा 
आज का दिन भी बेहद ख़ास है और आज पीएम मोदी की उपलब्धियों की भी खूब चर्चा हो रही है। उनके दल के नेता तो उनकी तुलना भगवान विश्वकर्मा तक से कर रहे हैं, देश के युवाओं के लिए मोदी ने इतना कुछ किया है कि वह आज का दिन 'राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस' के तौर पर मना रहे हैं।  भारत विश्व का सबसे युवा राष्ट्र है और आज हमारे यहाँ कामकाजी उम्र के 60% लोग या तो काम नहीं कर रहे हैं या काम की तलाश भी नहीं कर रहे। यही नहीं 20-24 वर्ष की उम्र के 42% युवा बेरोज़गार हैं। अगर यह स्थिति भयावह नहीं तो और क्या है? और मोदी जी, ना ही कोरोना और ना ही यूक्रेन-रूस के युद्ध के पीछे छुप सकते हैं।

 

राजीव रंजन ने कहा कि हमारे यहाँ तो कोविड के पहले ही भारत में 45 वर्षों में सबसे शीर्ष पर बेरोज़गारी पहुँच गयी थी। आँकड़ों के अनुसार इस समय बेरोज़गारी एक साल में सबसे ऊपर 8.3% पर है। मोदी जी से आशा थी क्योंकि वादे बहुत बड़े किए थे - 2 करोड़ सालाना रोज़गार देने का वादा था तो 8 साल में 16 करोड़ नौकरियाँ मिल जानी चाहिए थीं। लेकिन इन 8 सालों में नौकरी के आवेदन आए 22 करोड़ और रोज़गार मिले मात्र 7 लाख 21 हजार लोगों को। बेरोज़गारी की मार तो सबसे ज़्यादा महिलाओं पर पड़ी है - 26% महिलाओं का लेबर फ़ोर्स पार्टिसिपेशन रेट गिरकर 15% तक पर आ गया

 


अमित शाह के बेटे की रोजगार की चिंता 
तो क्या मोदी जी को कोई चिंता नहीं है? ऐसा नहीं है। चिंता ज़रूर है  पर सिर्फ़ एक व्यक्ति के रोज़गार की वो हैंअमित शाह के सुपुत्र जय शाह जी। जो 2019 से BCCI सचिव हैं और अब उन्हें नियमतः रिटायर होना है पर उनका रोज़गार बनाए रखने के लिए अब BCCI का संविधान बदला जाएगा और वह 3 साल तक अपने पद पर और बने रहेंगे। लेकिन भारत के बच्चों को 4 साल की नौकरी के बाद 23 साल की उम्र में ही रिटायर कर दिया जाएगा।ऐसा क्यों है, कि स्थिति इतनी ख़राब होने के बावजूद इतने ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा नहीं होती है। रोज़गार की बात करो तो लच्छेदार भाषण और डींग हांकी जाती है।

राजीव रंजन प्रसाद नें कहा कि आज के दिन हमारे भी कुछ सवाल हैं जिनके जवाब देश जानना चाहता है 

• कहाँ हैं वह सालाना 2 करोड़ रोज़गार?

• आख़िर क्यों 60 लाख सरकारी पद केंद्र और राज्य सरकारों में ख़ाली पड़े हैं?

• सबसे ज़्यादा रोज़गार का सृजन करने वाले छोटे लघु मध्यम उद्योगों के लिए कोई नीति क्यों नहीं?

• आख़िर लाख उकसाने और फटकारने के बावजूद निजी क्षेत्र निवेश क्यों नहीं कर रहा, क्या आपकी नीतियों में भरोसा नहीं है?

• सारा ध्यान हम दो और हमारे दो पर ही केंद्रित रहेगा तो बाक़ी रोज़गार कहाँ और कौन बनाएगा?

• युवाओं को स्थायी रोज़गार देने के बजाय 4 - साल के ठेके पर रखकर 23 वर्ष की आयु में रिटायर करने का षड्यंत्र क्यों?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि आदरणीय मोदी जी , आपके 72वें जन्मदिन पर - आपको पुनः बधाई देते हुए दिल से यह कहता हूँ कि मुझे दुःख है और बहुत चिंता है कि आज देश के युवा राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस क्यों मना रहे हैं? अभी तो आपके पास लगभग 2 साल हैं - युवाओं को रोज़गार दीजिए - इतिहास इमारतों से नहीं - इरादों से बनता है।